COVID19 Update: कोविड-19 की दूसरी लहर के जोर पकड़ने के बीच मध्यप्रदेश में महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित इंदौर जिला चिकित्सा संसाधनों की कमी से जूझ रहा है, जबकि प्रमुख अस्पतालों के लगभग सभी बिस्तर मरीजों से भर चुके हैं. स्थानीय अस्पतालों में मरीजों के लिए बिस्तर और रेमडेसिवीर दवा के इंजेक्शन नहीं मिलने से परेशान परिजनों के वीडियो सोशल मीडिया पर लगातार वायरल हो रहे हैं. इनमें वे महामारी के इलाज की कथित अव्यवस्थाओं को लेकर सरकार और प्रशासन के खिलाफ अपने गुस्से का तीखे शब्दों में इजहार करते नजर आ रहे हैं.
जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. बीएस सैत्या ने रविवार को ‘पीटीआई-भाषा’ से बातचीत में माना कि इन दिनों स्थानीय अस्पतालों पर मरीजों का भारी दबाव है. उन्होंने बताया कि इन अस्पतालों में कोविड-19 के मरीजों के लिए कुल 6,800 बिस्तर उपलब्ध हैं जिनमें से करीब 70 प्रतिशत भर चुके हैं.
बहरहाल, सूत्रों का कहना है कि शहर के प्रमुख अस्पतालों में कोविड-19 के मरीजों को एक अदद बिस्तर मिलने में खासी परेशानी हो रही है.
मरीजों को रेमडेसिवीर के इंजेक्शन नहीं मिलने पर सीएमएचओ ने कहा, ‘जैसे-जैसे रेमडेसिवीर इंजेक्शन की खेप आ रही है, सीधे अस्पतालों को भिजवाई जा रही है. लेकिन अब भी इसकी आपूर्ति में समस्या बनी हुई है। उम्मीद है कि यह समस्या जल्द दूर हो जाएगी.
उन्होंने कहा, ‘प्रशासन ने डॉक्टरों से कहा है कि जिन मरीजों को रेमडेसिवीर के इंजेक्शन की वास्तव में जरूरत हो, उन्हें ही यह लगाया जाए.
स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारियों ने बताया कि इंदौर के अस्पतालों पर स्थानीय मरीजों के अलावा राज्य के अन्य जिलों से आने वाले संक्रमितों का भी बड़ा दबाव है.
इस बीच, इंदौर में महामारी के मरीजों की तादाद नित नये रिकॉर्ड बना रही है. अधिकारियों के मुताबिक पिछले 24 घंटे के दौरान जिले में 14.5 प्रतिशत की ऊंची संक्रमण दर के साथ महामारी के 919 नये मरीज मिले जो दैनिक स्तर पर इसके मामलों का अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है.
अधिकारियों ने बताया कि करीब 35 लाख की आबादी वाले जिले में 24 मार्च 2020 से लेकर अब तक कोरोना वायरस संक्रमण के कुल 78,511 मरीज मिले हैं. इनमें से 999 लोगों की इलाज के दौरान मौत हो चुकी है.
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