भारत में लगातार बढ़ते कोरोना मामलों को लेकर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यों के मुख्यमंत्रियों से वर्चुअल बैठक की (Meeting on COVID-19 with CMs) और एक्शन प्लान पर चर्चा की. उन्होंने टेस्टिंग, ट्रैकिंग और ट्रीटमेंट में तेजी लाने का आग्रह किया. साथ ही प्रधानमंत्री ने राज्यों से छोटे शहरों पर खास तौर पर फोकस करने के लिए कहा है. वैक्सीन सेंटर्स बनाने से लेकर माइक्रो-कंटेनमेंट जोन बनाने पर भी प्रधानमंत्री ने राज्यों को निर्देश दिए हैं.
प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) ने कहा है कि इस बार के बढ़ते मामलों पर रोकने के लिए पुराने अनुभवों से सीखना होगा और प्रोएक्टिव होना होगा. उन्होंने राज्यों से माइक्रो-कंटेनमेंट जोन बनाकर रोकथाम के लिए कदम उठाने के लिए कहा है. मोदी ने कहा कि अब SOPs पर पुनर्विचार करने की जरूरत है.
मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने ज्यादा से ज्यादा कोरोना टेस्ट (COVID-19 Test) करने, कोरोना मामलों को ट्रैक करने और उनका ट्रीटमेंट यानि इलाज करने पर जोर देने के लिए कहा है. उन्होंने कहा, “टेस्ट, ट्रैक और ट्रीट पर गंभीरता की जरूरत है, उसी तरह जितना पिछले साल कर रहे थे. RT-PCR टेस्ट को 70 फीसदी के ऊपर रखना बहुत अहम है.”
मुख्यमंत्रियों से खास तौर पर अपने राज्य में रैपिड एंटिजन टेस्ट की बजाय RT-PCR टेस्ट करने की हिदायत दी है. PM मोदी ने कहा, “कई राज्यों में रैपिड एंटिजन टेस्ट के भरोसे गाड़ी चल रही है, जैसे केरल, छत्तिसगढ़, ओडिशा और उत्तर प्रदेश. इसमें बदलाव की जरूरत है, RT-PCR टेस्ट बढ़ाने पर जोर देना होगा.”
बैठक में प्रधानमंत्री (PM Modi) ने टियर 2 और टियर 3 शहरों में बढ़ते मामलों पर चिंता जताई. इन शहरों के करीब के इलाके अब ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं और इससे कोरोना संक्रमण के गांवों तक पहुंचने की आशंका है. PM ने कहा कि गांवों में मेडिकल इंफ्रा से जुड़ी चुनौतियां हैं जिससे वहां कोरोना का पहुंचना दिक्कत खड़ी कर सकता है.
उन्होंने राज्यों से कोविड-19 के वेरिएंट (COVID-19 Variants) और म्यूटेंट्स की पहचान करने के लिए टेस्टिंग पर भी जोर दिया और कहा कि ऐसे सैंपल्स को जिनोम टेस्टिंग के लिए भेजना जरूरी है. वहीं ट्रैवल से जुड़ी पाबंदियां खुलने से कोरोना संक्रमण में तेजी आई है. PM ने राज्यों से आपस में जानकारी साझा करने के लिए कहा है और अगर इसके लिए किसी मैकेनिजम की जरूरत है तो राज्यों से उसकी मांग उठाने की बात भी कही. छोटे शहरों में एंबुलेंस सिस्टम और टेस्टिंग पर फोकस करना है.
प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) ने राज्यों से जानकारी मांगी है और कहा है कि आज शाम 7 बजे वे इसका रीव्यू करेंगे और किसी आवश्यक निर्णय पर पहुंचेंगे.
भारत में पिछले दिन तकरीबन 21 लाख वैक्सीन (COVID-19 Vaccine) लगाई है. वहीं सोमवार को भारत ने रिकॉर्ड 30 लाख लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाई है. मोदी ने इस तेजी की सराहना की लेकिन साथ ही वैक्सीन सेंटर्स की संख्या बढ़ाने पर भी जोर दिया है. उन्होंने कहा, “निश्चित तौर पर वैक्सीन एक प्रभावी हथियार है. वैक्सीनेशन की गति लगातार बढ़ रही है, 30 लाख का आंकड़ा एक बार पार कर चुके हैं. अब वैक्सीन लगाने वाले सेंटर्स की संख्या बढ़ाने की जरूरत है – चाहे प्राइवेट हों या सरकारी सेंटर्स. एक्टिव सेंटर्स काफी नहीं है. जितने सेंटर्स मिशन मोड में काम करेंगे उतना बेहतर होगा.”
वैक्सीन की एक्सपायरी डेट (Vaccine Expiry Date) की खबरों पर भी PM मोदी ने मुख्यमंत्रियों से बात की. उन्होंने कहा, “वैक्सीन की बर्बादी जितनी रुके उतना बेहतर, वैक्सीन वेस्टेज नहीं होने देंगे. जो बैच पहले आया उसका पहले इस्तेमाल हो, जो बाद में आया उसका बाद में ताकि जहां संभव हो वहां वैक्सीन वेस्टेज ना हो.”
Speaking at the interaction with Chief Ministers. https://t.co/s0c7OSK8zK
— Narendra Modi (@narendramodi) March 17, 2021
लोगों से कोविड-19 (COVID-19 Behaviour) के अनुकूल नियमों का पालन करते रहने की अपील करते हुए PM मोदी ने कहा कि दवाई लेने का मतलब ये नहीं कि कड़ाई में नर्मी लाई जाए. संभलकर रहना होगा. मास्क पहने, दो गज की दूरी बनाएं. अब तक जो लड़ाई जीतते आए हैं, उसमें सभी कोरोना वॉरियर्स और जनता का समर्थन मिला है. जनता ने विश्वास किया है, साथ दिया है. जागरुकता और सहयोग से भारत ये लड़ाई जीत रहा है. बढ़ते मामलों को रोकने में सफल होंगे.
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