कोविड काल में संबंधित समस्याओं के लिए इन नंबरों पर कर सकते हैं कॉल
Corona: सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने सभी नंबरों को जारी किया है. सभी राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर देश के नागरिकों के हित में सरकार द्वारा प्रचारित किए गए हैं.
अक्टूबर में बाउंस रेट या असफल ऑटो डेबिट ट्रांजैक्शन का प्रतिशत 31.2 था. यह जनवरी और फरवरी 2020 के बाद का सबसे निचला स्तर है, जब बाउंस रेट क्रमश: 31.04 फीसदी और 31.46 फीसदी था
कोरोना (Corona) काल में देशवासियों ने अदम्य साहस और धैर्य का परिचय दिया है, तभी हम इस जंग से लड़ पा रहे हैं. हालांकि कई लोग ऐसे हैं, जो महामारी (Corona) काल में कई अलग तरह की स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं. ऐसे लोगों की मदद के लिए केंद्र सरकार ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं, जिस पर लोग नि:शुल्क कॉल करके समस्या का समाधान पा सकते हैं.
सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने सभी नंबरों को जारी किया है और ज्यादा से ज्यादा लोगों तक राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबरों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए एडवाइजरी जारी की है. सभी राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर देश के नागरिकों के हित में सरकार द्वारा बनाए और प्रचारित किए गए हैं.
इन नंबरों पर कर सकते हैं काल
1075- स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय का राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर
1098- महिला एवं बाल विकास मंत्रालय का बाल हेल्पलाइन नंबर
14567- सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय का वरिष्ठ नागरिक हेल्पलाइन नंबर, (एनसीटी दिल्ली, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड)
08046110007 —मनोवैज्ञानिक सहायता के लिए निमहांस का हेल्पलाइन नंबर
बच्चों के लिए इन नंबरों पर भी कर सकते हैं कॉल
इससे पहले सरकार ने कोविड (Corona) काल में बच्चों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं. इसके तहत संवेदना टेली-परामर्श की शुरुआत की गई है. इसमें खास तौर पर महामारी के दौरान बच्चों के तनाव, चिंता, भय और अन्य समस्याओं को दूर कर उनको मनोवैज्ञानिक सहायता प्रदान करने के लिए है. यह सेवा टोल-फ्री नंबर 1800-121-2830 पर सोमवार से शनिवार सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक और दोपहर 3 बजे से शाम 8 बजे तक उपलब्ध है.
यह सेवा विशेष रूप से उन बच्चों के लिए हैं जो बात करना चाहते हैं और जिन्हें परामर्श की जरूरत है. जब कोई बच्चा, देखभाल करने वाला या माता-पिता संवेदना 1800-121-2830 पर संपर्क करते हैं तो उन्हें सुरक्षित माहौल में उनकी बात एक पेशेवर परामर्शदाता से कराई जाती है.