Coronavirus Second Wave: कोरोना की दूसरी लहर के बढ़ते संकट की समीक्षा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने मुख्यमंत्रियों के साथ वर्चुअल बैठक की. उन्होंने राज्यों से माइक्रो-कंटेनमेंट जोन बनाकर एक्शन लेने की हिदायत दी है और साथ ही देशभर में वैक्सीन उत्सव का भी ऐलान किया है. भारत में एक दिन में सामने आने वाले मामले पिछली लहर से ज्यादा हो गए हैं. भारत में एक दिन में अब 1 लाख से ज्यादा कोविड-19 संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा है कि देश कोरोना के पहले लहर के उच्चतम मामलों को पार कर चुका है और इस बार बढ़ने की दर भी ज्यादा तेज हैं. उन्होंने कहा, “महाराष्ट्र, गुजरात समते कई राज्य पहली लहर की सर्वाधिक मामलों को पार कर चुके हैं और कई और राज्य इस ओर बढ़ रहे हैं. हम सबके लिए ये चिंता का विषय है. इस बार लोग पहले की अपेक्षा बहुत लापरवाह हुए हैं. प्रशासन भी सुस्त. कोरोना के मामलों में अचानक बढ़ोतरी ने चिंता बढ़ाई है.”
पिछले अनुभव से लें सीख
प्रधानमंत्री ने कहा है कि इस बार युद्ध स्तर पर काम करना होगा. पहले की अपेक्षा भारत के पास बेहतर संसाधन हैं, अनुभव है और वैक्सीन है. उन्होंने कहा, “माइक्रो-कंटेनमेंट जोन पर ध्यान देना होगा, बल देना होगा. सरकार को ज्यादा मेहनत करनी होगी. लेकिन ये मेहनत रंग लाएगी इसका विश्वास है. पिछली बार कोविड-19 का आंकड़ा 10 लाख एक्टिव मामलों से कम करके सवा लाख तक लाकर ये साबित किया कि सफलता मिल सकती है. आज संसाधन और अनुभव दोनों ज्यादा हैं.”
PM Modi: प्रधानमंत्री मोदी ने वैक्सीन के प्रति सजगता बढ़ाने और वैक्सीन की सही इस्तेमाल के लिए 11-14 अप्रैल के बीच टीका उत्सव का ऐलान किया. इस दौरान वैक्सीन की बर्बादी शून्य कर इसका 100 फीसदी इस्तेमाल करने पर जोर दिया. इस दौरान राज्यों से वैक्सीनेशन बढ़ाने और लोगों में जागरुकता बढ़ाने की अपील की है.
वैक्सीनेशन से ज्यादा टेस्टिंग पर जोर देते हुए उन्होंने कहा, “हमारे पास वायरस को रोकने के लिए एक महत्वपूर्ण तरीका है कि ह्यूमन होस्ट बढ़ने से रोकना है. टेस्टिंग और ट्रैकिंग की बड़ी भूमिका है. हर राज्य में इतना बढ़ाना है कि पॉजिटिव रेट 5 फीसदी के नीचे आना चाहिए.”
PM Modi: मोदी ने फिर से टेस्टिंग, ट्रैकिंग और ट्रीटमेंट के मंत्र पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि लोगों में कोरोना मामलों के प्रति सजगता बनी रहनी चाहिए. उन्होंने युवाओं से अपील की वे लापरवाह ना हों और कोरोना को हल्के में ना लें. उन्होंने साफ कहा कि युवाओं को वैक्सीन से ज्यादा कोरोना की रोकथाम के अनुकूल व्यवहार जरूरी है.
रात्रि कर्फ्यू को लेकर भी उन्होंने कहा ये विदेश में भी इस प्रयोग को स्वीकारा गया है.
लोगो में सतर्कता की कमी का उल्लेख करते हुए मोदी ने कहा, “लोग पहले हल्के फुल्के लक्षण से भी डर जाते थे. इस बार कई मरीजों में संक्रमण के लक्षण नहीं है. परिवार के परिवार लपेट में आ रहे हैं. लापरवाह हो गए हैं लोग. तेजी से टेस्टिंग करनी होगी. होम क्वारंटाइन करने पर जोर. पूरे परिवार चपेट में नहीं आएंगे. वैक्सीन से ज्यादा टेस्टिंग की चर्चा होनी चाहिए. खुद आगे बढ़कर टेस्ट कराना होगा.”
PM Modi: प्रधानमंत्री ने टेस्टिंग बढ़ाने के साथ ही कम से कम 30 लोगों की कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग करने पर भी जोर दिया. उन्होंने कहा कि इसके लिए राज्यों को इंफ्रा बढ़ाने की जरूरत है. साथ ही उन्होंने इस जांच पर भी जोर दिया कि जिनकी कोरोना से मृत्यु हो रही है उन्हों कोई और बीमारी थी या नहीं. साथ ही सैंपल सलेक्शन भी सही ढंग से करने की अपील की है.
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