Vaccine Efficacy: एस्ट्राजेनेका ने अमेरिका में दी जानकारी में बताया है कि कंपनी की कोविड-19 वैक्सीन 76 फीसदी कारगर है. वहीं कंपनी ने पहले इसके 79 फीसदी कारगर होने का दावा किया था. दरअसल अमेरिका में फिलहाल एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन को मंजूरी नहीं मिली है और इसके लिए कंपनी आने वाले कुछ हफ्तों में आवेदन दे सकती है.
US में इसकी कारगर क्षमता पर विवाद चल रहा है जिसमें कई अधिकारियों ने कहा था कि कंपनी पुराना डाटा को आधार बना रही है और बेहतर नतीजे के लिए कुछ मामलों को स्टडी से अलग रखा.
इस विवाद के बाद एस्ट्राजेनेका ने नया डाटा जारी किया है और कारगर क्षमता (Efficacy) 76 फीसदी बताई है. कंपनी के आवदेन के बाद अमेरिका की रेगुलेटरी बॉडी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) इसपर एजवाइर्स के साथ चर्चा के बाद फैसला लेगी.
फिलहाल अमेरिका में मॉडर्ना, फाइजर और जॉन्सन एंड जॉन्सन की एक डोज वाली वैक्सीन का इस्तेमाल किया जा रहा है. इनमें से जॉन्सन एंड जॉन्सन की वैक्सीन जैनसन को सबसे हाल में मंजूरी मिली है.
वहीं भारत में फिलहाल दो वैक्सीन इस्तेमाल हो रहा है – एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्ड की डेवलप की कोविशील्ड जिसे सीरम इंस्टिट्यूट बना रहा है और भारत बायोटेक की बनाई कोवैक्सीन.
Covaxin Efficacy: तीसरे चरण के ट्रायल के बाद भारत बायोटेक ने बताया है कि कोवैक्सीन कोरोना वायरस पर 81 फीसदी कारगर है. दरअसल जब कोवैक्सिन को इस्तेमाल के लिए मंजूरी मिली थी तब इस वैक्सीन के तीसरे चरण के ट्रायल का डाटा नहीं आया था. वहीं 1 मार्च से शुरू हुए दूसरे चरण के वैक्सीनेशन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबसे पहले वैक्सीन लगवाई और वो कोवैक्सीन थी ताकि लोगों में इसपर भरोसा बढ़े.
Sputnik V Efficacy: रूस की डेवलप की वैक्सीन स्पूतनिक V ने अपने डाटा में बेहद कारगर होने का दावा किया है. स्पूतनिक V ने रूस में हुए तीसरे चरण के ट्रायल के बाद 91.6 फीसदी से ज्यादा की क्षमता बताई है. वहीं भारत में इसके मैन्युफैक्चर के लिए डॉक्टर रेड्डीज के साथ करार किया है. डॉक्टर रेड्डीज इसकी मंजूरी के लिए वैक्सीन पर भारत की सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमिटी से मंजूरी के लिए आवेदन दे सकता है. रिपोर्ट्स के मुताबिक डॉक्टर रेड्डीज ने 19 फरवरी को स्पूतनिक V के भारत में हुए दो चरण के ट्रायल के डाटा के आधार पर मंजूरी के लिए आवेदन दिया था. उस वक्त कंपनी ने 1,500 लोगों पर फेज 2 ट्रायल किया था. फिलहाल भारत के अंदर वैक्सीन के तीसरे चरण का ट्रायल जारी है. रशियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड ने कई और फार्मा कंपनियों के साथ प्रोडक्शन का करार किया है.
फाइजर के मुताबिक उनकी वैक्सीन कोविड-19 के लक्षण वाले मामलों में 95 फीसदी कारगर साबित हुई है जबकि मॉडर्ना ने भी अपनी वैक्सीन के 94 फीसदी कारगर (Efficacy) होने का दावा किया है. जॉन्सन एंड जॉन्सन की वैक्सीन 72 फीसदी एफिशियंट है जबकि गंभीर मामलों में ये 86 फीसदी कागकर साबित हुई है. इस वैक्सीन का सिर्फ एक डोज देने की जरूरत है.
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