देश से कॉफी के निर्यात में गिरावट देखने को मिली है. रोबस्टा कॉफी के निर्यात की खेप में गिरावट की वजह से साल 2023 में भारत से कॉफी का निर्यात 5.4 प्रतिशत की गिरावट के साथ 3.77 लाख टन दर्ज किया गया है. सरकारी आंकड़ों से यह जानकारी मिली है. साल 2022 में भारत ने 3.98 लाख टन कॉफी का निर्यात किया था. गौरतलब है कि भारत कॉफी का एशिया का तीसरा सबसे बड़ा उत्पादक और निर्यातक देश है जो कॉफी की अरेबिका और रोबस्टा किस्म को उगाता है.
अरेबिका कॉफी बीन में कम होती है कैफीन
बता दें कि अरेबिका कॉफी बीन में रोबस्टा की तुलना में कैफीन की मात्रा कम होती है. साथ ही अरेबिका का स्वाद मीठा होता है, जबकि रोबस्टा आमतौर पर अधिक कड़वा होता है. भारतीय कॉफी बोर्ड के ताजा आंकड़ों के अनुसार रोबस्टा कॉफी बीन का निर्यात वर्ष 2023 में 15 प्रतिशत घटकर 1.87 लाख टन रह गया, जबकि पिछले साल यह आंकड़ा 2.20 लाख टन का था. हालांकि, अरेबिका कॉफी बीन का निर्यात वर्ष 2023 में 5.79 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 46,869 टन हो गया, जो कि पिछले वर्ष 44,302 टन था.
इंस्टेंट कॉफी का निर्यात 6.68 प्रतिशत बढ़ा
आंकड़ों के मुताबिक, इंस्टेंट कॉफी का निर्यात भी 6.68 प्रतिशत बढ़कर 1.42 लाख टन हो गया, जो पहले की समान अवधि में 1.33 लाख टन था. मूल्य के संदर्भ में, वर्ष 2023 के दौरान कुल कॉफी निर्यात 9,580.58 करोड़ रुपये का हुआ. इसके लिए प्राप्ति 2,54,104 रुपये प्रति टन थी. इटली, रूस, संयुक्त अरब अमीरात, जर्मनी और तुर्की भारत के लिए प्रमुख कॉफी निर्यात गंतव्य देश हैं. कॉफी के फूल खिलने के बाद के अनुमान में बोर्ड ने विपणन वर्ष 2023-24 (अक्टूबर-सितंबर) के लिए देश का कुल कॉफी उत्पादन 3,74,200 टन होने का अनुमान लगाया है, जो कि पिछले वर्ष के 3,52,000 टन के वास्तविक उत्पादन से अधिक है.