डेट फंड के साथ कुछ मिथक जुड़े हैं जो निवेशक को इनसे दूर रखते है. निवेशकों को डेट फंड के बारे में अपना ज्ञान बढ़ाना चाहिए और इसका फायदा लेना चाहिए.
इमरजेंसी में पर्सनल लोन के मुकाबले गोल्ड लोन अच्छा विकल्प है. लेकिन, गोल्ड लोन लेने से पहले आपको इसके साथ ज़ुडी शर्तें और नियमों को समझ लेना चाहिए.
रिटायरमेंट के लिए जितना जल्दी निवेश शुरू करेंगे उतना ही लाभ होगा और लंबी अवधि में बेहतर रिटर्न देने के लिए इक्विटी म्यूचुअल फंड को बेस्ट माना जाता है
वित्तीय ज्ञान न होने से लोग आज भी इंश्योरेंस को इन्वेस्टमेंट समझते हैं. इंश्योरेंस से कभी रिटर्न नहीं मिलता और निवेश से कभी बीमा नहीं मिल सकता.
Salary Slip: आपकी सैलरी स्लिप आपकी आय, कर, कर-कटौती, PF इत्यादि का महत्वपूर्ण प्रूफ है. इस छोटी सी स्लिप को अच्छी तरह से समझना आपके लिए बेहद जरूरी है.
LIC Saving Plus Plan: LIC ने मार्च में लॉन्च किए बचत प्लस प्लान की अवधि 10 सितंबर को खत्म हो जाएगी. इसमें लंबी अवधि के लिए बचत का मौका मिलता है.
Section 87A of Income: सैलरी बढ़ने से आपकी इनकम टैक्स के दायरे में आ गई है, तो आप आयकर कानून की धारा 87A का फायदा लेकर टैक्स चुकाने से बच सकते हैं.
म्यूचुअल फंड पोर्टफॉलियो को सुरक्षित करने के लिए डेट फंड शामिल करने चाहिए, लेकिन इससे पहले आपको कुछ अहम बातों को अच्छी तरह से समझ लेना चाहिए.
Mutual Fund Investment Tips: अगर आपको वैल्थ क्रिएशन नहीं करना है, तो बेशक आप म्यूचुअल फंड से दूर रह सकते है.
Retirement Planning: रिटायरमेंट के लिए निवेश करने से पहले खर्च और महंगाई को ध्यान में रखना चाहिए और पर्याप्त फंड इकट्ठा हो सके ऐसे विकल्प चुनना चाहिए