वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को कहा कि प्रयोगशालाओं में बने हीरा को प्राकृतिक हीरा की तरह मानने से इस क्षेत्र की वृद्धि को गति देने और रोजगार पैदा करने में मदद मिलेगी. अमेरिकी के एक संगठन की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए मंत्री ने कहा कि प्रयोगशाला में बने हीरे (एलजीडी) को प्राकृतिक हीरे के रूप में माना जाता है.
लैब में तैयार हीरे कृत्रिम नहीं: पीयूष गोयल
उन्होंने कहा कि एलजीडी कृत्रिम हीरा नहीं है और अब उन्हें प्राकृतिक हीरों के समकक्ष माना जाता है. यह एक बड़ी उपलब्धि है. इससे नौकरियां पैदा करने में मदद मिलेगी. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 22 जून को अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान अमेरिका की प्रथम महिला जिल बाइडन को कश्मीर में बने एक बक्से में रखकर 7.5 कैरेट का एलजीडी उपहार में दिया था. इस एलजीडी के निर्माण में पर्यावरण को कोई हानि नहीं पहुंची थी क्योंकि इसके निर्माण में सौर और पवन ऊर्जा का उपयोग किया जाता है