देश के निजी क्षेत्र के कर्मचारियों को मौजूदा साल 2024 में बेहतर वेतन वृद्धि की सौगात मिल सकती है. भारतीय कंपनियां इस साल कर्मचारियों की सैलरी 9 फीसदी से ज्यादा बढ़ा सकती हैं. पेशेवर सेवा कंपनी एऑन के एक सर्वे में कहा गया है कि कंपनियां अपने वर्कर्स की सैलरी में अच्छी बढ़ोतरी कर सकती हैं. अनुमान के तहत औसतन 9.6% वेतन वृद्धि होने की उम्मीद है, जबकि जिन कंपनियों का मुख्यालय विदेश में है उनकी सैलरी में 9.3% तक का इजाफा किया जा सकता है.
एऑन का यह सर्वे 45 विभिन्न क्षेत्रों की 1,400 से अधिक कंपनियों से जुटाए गए आंकड़ों पर आधारित है. इस वर्ष बड़ी संख्या में संगठन 9% की वेतन बढ़ोतरी कर रहे हैं. भारतीय कंपनियों और विदेशों में मौजूद संगठनों की वेतन वृद्धि के बीच थोड़ा अंतर देखने को मिल सकता है. पिछले वर्षों के डेटा पर नजर डालें तो साल 2022 और 2023 दोनों में भारतीय कंपनियों के कर्मचारियों को औसतन डबल डिजिट से ज्यादा वेतन वृद्धि मिली थी. वहीं 2021 तक कंपनियों के दोनों समूहों की ओर से की गई वेतन वृद्धि एक बराबर थी. उस साल औसतन 9.3% वेतन वृद्धि की गई थी.
किस सेक्टर में होगी ज्यादा वेतन बढ़ोतरी?
रिपोर्ट के मुताबिक वित्तीय संस्थानों, इंजीनियरिंग, ऑटोमोटिव और लाइफ साइंस सेक्टर में काम करने वाले कर्मचारियों को सबसे अधिक वेतन वृद्धि की सौगात मिल सकती है. वहीं प्रौद्योगिकी परामर्श, खुदरा और सेवाओं जैसे क्षेत्र में सबसे कम वेतन वृद्धि होने की संभावना है. पूर्वानुमान के तहत मैन्यूफैक्चरिंग कंपनियां इस साल लगभग 10.1% की वृद्धि की पेशकश करेंगी, इसके बाद वित्तीय सेवाओं में 9.9% और जीवन विज्ञान में 9.8% की बढ़ोतरी होने की उम्मीद है.
जानकारों का मानना है कि यूके और जापान जैसे विकसित देशों में स्थित कंपनियों को अपनी घरेलू अर्थव्यवस्थाओं में मंदी से जूझना पड़ रहा है, जबकि भारत में सकारात्मक महौल है. 2023-24 में भारत, दुनिया की सभी प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के बीच सकल घरेलू उत्पाद की उच्चतम वृद्धि दर दर्ज करेगा, जिसके चलते कर्मचारियों की सैलरी में अच्छी बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है.