भारत डिजिटल क्रांति के दौर से गुजर रहा है. जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) एक अहम हिस्सा बनकर उभरा है, लेकिन टेक्नोलॉजी के विस्तार से डीपफेक का खतरा भी बढ़ गया है. इसी पर पीएम नरेंद्र मोदी और माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक बिल गेट्स ने चिंता जताई. शुक्रवार को दोनों ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के भविष्य से लेकर अन्य अहम मुद्दों पर चर्चा की.
45 मिनट की बातचीत में पीएम मोदी और बिल गेट्स के बीच जिन विषयों पर चर्चा हुई उनमें जलवायु परिवर्तन, महिला सशक्तिकरण और नवीकरणीय ऊर्जा भी शामिल थे. दोनों की बातचीत का वीडियो यूट्यूब चैनल पर पोस्ट किया गया है. इसमें चर्चा के मुद्दे कुछ इस प्रकार है.
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
पीएम मोदी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) को एक महत्वपूर्ण टूल बताया. उन्होंने कहा अगर हम एआई को एक जादुई उपकरण के रूप में उपयोग करते हैं, तो इसका गलत इस्तेमाल हो सकता है. वहीं अगर एआई पर पूरी तरह से भरोसा किया जाता है तो यह गलत होगा. मुझे लगता है कि चैटजीपीटी के साथ प्रतिस्पर्धा करनी चाहिए और एआई से आगे निकलने का प्रयास करना चाहिए.
इस बारे में बिल गेट्स ने कहा कि ये एआई का शुरुआती दौर है. यह ऐसे काम करेगा जिन्हें आप मुश्किल समझते हैं और फिर यह कुछ ऐसा करने में असफल हो जाएगा जिसे आप आसान समझते हैं. एआई एक बहुत बड़ा अवसर है, लेकिन इसके साथ कुछ चुनौतियां भी हैं.
जी20 समिट में हुआ एआई का भरपूर उपयोग
पीएम मोदी ने एआई की उपयोगिता बताते हुए कहा कि हाल ही में जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान एआई का भरपूर उपयोग किया गया. G20 परिसर में भाषा व्याख्या के लिए AI-आधारित समाधान पेश किया गया. जैसे- एक स्थानीय ड्राइवर एआई-सक्षम वॉयस ऐप की मदद से एक विदेशी प्रतिनिधि के साथ बातचीत कर सकता था.
डीपफेक
बिल गेट्स ने एआई को लेकर चुनौतियों का भी जिक्र किया. उन्होंने पीएम मोदी से पूछा कि उन्हें क्या लगता है कि भारत उस तक कैसे पहुंचेगा?
इसके जवाब में पीएम मोदी ने कहा कि प्रशिक्षण की कमी के कारण एआई से कुछ समस्याएं खड़ी हुई हैं. इसलिए अगर कोई चीज़ एआई-जनरेटेड है, तो उसे पहले से जिक्र करना चाहिए कि वह एआई-जनरेटेड है. पीएम ने इस दौरान एआई से हो रहे डीपफेक के खतरे की भी बात की. उन्होंने कहा कि कुछ लोग लोग दूसरों को धोखा देने के लिए एआई से आवाज बदलकर इसका इस्तेमाल कर रहे हैं. ये चिंता का विषय है, अगर कोई मेरी नकली आवाज का इस्तेमाल करेगा तो बहुत बवाल हो जाएगा. इसलिए कंटेट एआई जनरेटेड है इस बात का जिक्र होना चाहिए.
डिजिटल टेक्नोलॉजी
पीएम मोदी ने बिल गेट्स से बातचीत के दौरान डिजिटल टेक्नोलॉजी की भी बात की. उन्होंने कहा कि इससे देश को काफी फायदा हुआ है. भारत डिजिटल प्रौद्योगिकी में बड़ी प्रगति करने के लिए तैयार है.
बिल गेट्स ने भी पीएम मोदी की बात पर सहमति जताते हुए कहा कि डिजिटल बुनियादी ढांचा दिन पर दिन बेहतर होता जा रहा है. बहुत से लोग पहचान प्रणाली, डिजिटल भुगतान प्रणाली के बारे में अधिक जागरूक हो रहे हैं और सरकार अपने कार्यक्रमों की एक श्रृंखला को डिजिटल बना रही है, जिससे बहुत सारे धन की बचत होती है.
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