यूके (UK) के साथ मुक्त व्यापार समझौते यानी FTA में हो रही देरी को लेकर केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल का बयान आया है. वाणिज्य मंत्री ने कहा है कि भारत सुपर पावर बनने जा रहा है, ऐसे में मुक्त व्यापार समझौतों पर जल्दबाजी नहीं होगी और समझौता तभी होगा जब भारत की शर्तों को माना जाएगा. अंग्रेजी समचार पत्र इंडियन एक्सप्रेस के एक कार्यक्रम के दौरान वाणिज्य मंत्री ने यह बयान दिया है.
भारतीय अर्थव्यवस्था में आगे तेज गति की संभावना जताते हुए वाणिज्य मंत्री ने कहा कि भारत के साथ व्यापार वार्ताओं के समय दुनिया यह मानती है कि वे 3.5 ट्रिलियन डॉलर नहीं बल्कि 35 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था से बातचीत कर रहे हैं. पीयूष गोयल ने कहा कि हमारा देश एब 2009 और 2010 के दौर का भारत नहीं रहा है.
भारत ने बीते 2 साल के दौरान कई देशों के साथ मुक्त व्यापार समझौते किए हैं. सबसे पहले 2022 के दौरान UAE के साथ मुक्त व्यापार समझौता हुआ है, इसके बाद ऑस्ट्रेलिया के साथ आशंकि व्यापार समझौता हुआ है, हाल ही में ओमान और यूरोप के 4 देशों के संगठन EFTA के साथ भी समझौता हुआ है. हालांकि यूरोप की बड़ी अर्थव्यवस्था UK के साथ लंबे समय से मुक्त व्यापार समझौते को लेकर बातचीत चल रही है, लेकिन अभी तक समझौते की घोषणा नहीं हो पाई है. इसके अलावा यूरोपियन यूनियन के साथ भी मुक्त व्यापार समझौते पर बातचीत हो रही है.
UK के साथ मुक्त व्यापार समझौते को लेकर पहले यह तय हुआ था कि 2022 की दिवाली के समय इसकी घोषणा होगी. लेकिन उस समय UK में राजनीतिक उथल-पुथल बढ़ गई थी, जिस वजह से बात आगे नहीं बढ़ सकी. इसके बाद कई दौर की बात चली और संभावना बढ़ी कि लोकसभा चुनाव की घोषणा से पहले मुक्त व्यापार समझौते पर घोषणा हो जाएगी. लेकिन कई मुद्दों पर सहमति नहीं होने से ऐसा नहीं हो सका. अब संभावना है कि चुनाव के बाद ही इसपर सहमति बन पाएगी.