मॉर्गन स्टैनली ने साल 2024 की तीसरी तिमाही के लिए कच्चे तेल के भाव के आउटलुक में 10 डॉलर बढ़ोतरी कर दी है. ब्रेंट क्रूड 90 डॉलर रहने का अनुमान लगाया गया है. मॉर्गन स्टैनली ने दूसरी और तीसरी तिमाही के लिए अपने ओपेक और रूस के सप्लाई अनुमान में रोजाना 0.2-0.3 मिलियन बैरल की कटौती कर दी है. मॉर्गन स्टैनली के मुताबिक दूसरी तिमाही में मामूली और तीसरी तिमाही में सप्लाई में बड़ी कमी की आशंका है.
सप्लाई प्रभावित होने से दाम बढ़ने का अनुमान
मॉर्गन स्टैनली ने पहली तिमाही के लिए ब्रेंट क्रूड के भाव को अनुमान को 82.5 डॉलर से बढ़ाकर 85 डॉलर, दूसरी तिमाही के लिए 82.5 डॉलर से बढ़ाकर 87.5 डॉलर और चौथी तिमाही के लिए 80 डॉलर से बढ़ाकर 85 डॉलर कर दिया है. गौरतलब है कि यूक्रेन ने इस साल के शुरुआत से रूस के ऑयल इंफ्रास्ट्रक्चर पर हमले तेज कर दिए हैं. यूक्रेन की ओर से रूस की सेना को कमजोर करने के प्रयास में कई बड़ी तेल रिफाइनरियों पर हमला किया गया है. हमलों की वजह से कच्चे तेल की कीमतों को सपोर्ट मिला है.
तेल उत्पादन में कमी की आशंका
रूस के ऑयल इंफ्रास्ट्रक्चर पर हमलों की वजह से तेल उत्पादन में कमी आ सकती है. मॉर्गन स्टैनली ने यही वजह है कि ओपेक प्लस और रूस के लिए दूसरी तिमाही और तीसरी तिमाही के अपने तेल उत्पादन के अनुमान को घटा दिया है. बता दें कि इस महीने की शुरुआत में सऊदी अरब और रूस के नेतृत्व वाले ओपेक प्लस समूह ने रोजाना 2.2 मिलियन बैरल की स्वैच्छिक तेल उत्पादन कटौती को आगे बढ़ाने पर सहमति जताई है. मॉर्गन स्टैनली को उम्मीद है कि इस साल कच्चे तेल की मांग रोजाना 1.5 मिलियन बैरल तक बढ़ सकती है. दूसरी ओर फरवरी के दौरान देश में ऑयल इंपोर्ट 4 महीने के निचले स्तर पर पहुंच गया है.