उत्तर भारत में भारी बरसात की वजह से पूरे देश में मानसून सीजन के लिए बरसात की कमी तो दूर हो गई है लेकिन भारी बरसात की वजह से कई राज्यों में जानमान की भारी हानि हुई है. खासकर पहाड़ी राज्यों में नुकसान ज्यादा है. कई जगहों पर सड़कें टूट गई हैं. कई पुल बह गए हैं. इसके अलावा बरसात की वजह से सब्जियों को नुकसान की आशंका है. इसके अलावा सप्लाई भी प्रभावित हुई है जिसकी वजह से सब्जियों की महंगाई बढ़ने की आशंका बरकरार है. वहीं पंजाब में भारी बारिश से कपास की फसल को भारी नुकसान हो सकता है.
सब्जियों की महंगाई बढ़ने का खतरा
मौजूदा भारी बारिश की वजह से टमाटर समेत कुछ सब्जियों की महंगाई में भी इजाफा होने की आशंका बढ़ गई है. दरअसल, भारी बारिश की वजह से खेतों में पानी भर गया है जिसकी वजह से सब्जियां खराब हो सकती हैं. वहीं सब्जियों की सप्लाई भी काफी हदतक प्रभावित हुई है. ऐसी स्थिति में सब्जियों की महंगाई से फिलहाल राहत मिलती हुई नहीं दिखाई पड़ रही है. मौसम विभाग के मुताबिक उत्तर पश्चिम भारत में मानसून की बरसात सामान्य से कई गुना दर्ज की गई है. हरियाणा में अभी तक सामान्य से 82 फीसद, पंजाब में 115 फीसद, हिमाचल में 114 फीसद और राजस्थान में 159 फीसद ज्यादा बारिश हुई है.
पंजाब में कपास की फसल को नुकसान की आशंका
पंजाब के कपास उत्पादक क्षेत्रों में भारी बरसात की वजह से कपास की फसल को भारी नुकसान होने की आशंका है. दरअसल, बीते कुछ दिनों से पंजाब के कपास के इलाकों में मूसलाधार बारिश हो रही है जिसकी वजह से फसल जलमग्न हो गई है. ऐसे में इन फसलों की स्थिति नाजुक बनी हुई है और फसल खराब होने की स्थिति में किसानों को भारी घाटा हो सकता है. कृषि विशेषज्ञों के मुताबिक खेतों से समय रहते अगर बारिश के पानी की निकासी नहीं हुई तो किसानों को भारी नुकसान होने की आशंका है. बता दें कि पंजाब में खरीफ फसलों की बुआई का समय तेजी से आखिरी दौर में पहुंच रहा है ऐसे में कपास की दोबारा बुआई करने के लिए किसानों के पास ज्यादा समय अब नहीं रह गया है. पंजाब के मालवा के इलाके में भारी बारिश हुई है. मालवा के बठिंडा, मानसा, फाजिल्का और संगरूर जैसे प्रमुख कपास उत्पादक जिलों में भारी बारिश ने फसलों को नुकसान पहुंचाना शुरू कर दिया है.