बंगाल की खाड़ी की तरफ मानसून (Monsoon 2023) के बढ़ने में देरी होने की वजह से केरल के तट पर भी मानसून पहुंचने में देरी हो सकती है. आधिकारिक तौर पर मानसून सीजन गुरुवार से शुरू हो रहा है. भारतीय मौसम विभाग (IMD) का कहना है कि दक्षिण पश्चिम मानसून बंगाल की खाड़ी की तरफ बढ़ने लगा है. इस बार बंगाल की खाड़ी की तरफ मानसून के बढ़ने में देरी हुई है और इस देरी की वजह से केरल के तट पर भी मानसून देरी से पहुंच सकता है. मौसम विभाग ने जहां 4 जून 2023 को मानसून केरल में पहुंचने का अनुमान लगाया है. वहीं मौसम का अनुमान जारी करने वाली निजी एजेंसी स्काईमेट ने सात जून को मानसून के केरल पहुंचने का अनुमान लगाया है.
सामान्य मानसून की 43% संभावना
मानसून को लेकर मौसम विभाग ने अपने अनुमान में कहा है कि सामान्य मानसून की संभावना इस साल 43 फीसदी है जबकि सामान्य से ज्यादा मानसून की संभावना 11 फीसदी है. हालांकि सामान्य से कम मानसून की संभावना 25 फीसदी है. मौसम विभाग ने अपने अनुमान में 20 फीसदी सूखे की आशंका भी जताई है. देश में मौसम का अनुमान जारी करने वाली निजी संस्था स्काईमेट के वाइस प्रेसिडेंट महेश पलावत का कहना है कि मई के महीने में जैसलमेर और जोधपुर में तापमान में कमी देखने को मिली है. दोनों शहरों में क्रमश: 27.6 डिग्री सेल्सियस और 28.4 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया है. उन्होंने दोनों शहरों में तापमान 30 डिग्री से नीचे रहने पर आश्चर्य जाहिर किया है.
अगले तीन दिन गरज के साथ बारिश
मौसम विभाग ने उत्तर भारत के राज्यों में अगले चार दिन तक गरज के साथ बारिश की संभावना जताई है. मौसम विभाग ने इस साल मानसून सीजन के दौरान सामान्य बारिश (96 फीसदी) का अनुमान जारी किया है. वहीं प्राइवेट एजेंसी स्काइमेट ने सामान्य से कम बारिश (95 फीसदी) का अनुमान लगाया है. मानसून सीजन के दौरान अगर 96 से 104 फीसदी बारिश होती है तो मानसून सामान्य माना जाता है. वहीं 90 से 95 फीसदी बारिश को सामान्य से कम मानसून माना जाता है.