मई के दौरान खुदरा महंगाई दर (India’s Retail Inflation) 25 महीने के निचले स्तर पर आ गई है. सरकार की तरफ से सोमवार को जारी आंकड़ों में बताया गया कि मई के दौरान रिटेल महंगाई दर 4.25 फीसद रही जो अप्रैल 2021 के बाद सबसे निचला मासिक स्तर है. इससे पहले अप्रैल के दौरान महंगाई दर 4.7 फीसद और मार्च के दौरान 5.66 फीसद थी. खाद्य तेल की कीमतों में भारी गिरावट और सब्जियों के दाम घटने की वजह से मई के दौरान खुदरा महंगाई में कमी आई है. इसके अलावा फल और मांस की कीमतों में भी गिरावट देखने को मिली है.
हालांकि खुदरा महंगाई में कमी के बावजूद अनाज, दूध और मसालों की कीमतें आसमान पर हैं. मई के दौरान अनाज की महंगाई 12.65 फीसद रही है, मसालों की महंगाई 17.9 फीसद और दूध की महंगाई 8.91 फीसद दर्ज की गई है. इनके अलावा दालों महंगाई भी लगातार बढ़ रही है. फरवरी के दौरान दालों की खुदरा महंगाई दर 4.09 फीसद थी जो मार्च में बढ़कर 4.33 फीसद हुई, फिर अप्रैल में 5.28 फीसद दर्ज की गई और अब मई में दालों की खुदरा महंगाई का आंकड़ा बढ़कर 6.56 फीसद हो गया है.
राज्यों की महंगाई की बात करें तो मई के दौरान बिहार और हरियाणा में रिटेल महंगाई दर 6 फीसद के ऊपर दर्ज की गई है. इसके अलावा उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में यह आंकड़ा 5 फीसद के ऊपर है. हालांकि कई राज्य ऐसे हैं जहां पर खुदरा महंगाई का आंकड़ा 3 फीसद से भी नीचे आ गया है जो घटती मांग का संकेत है. ओडिशा में मई के दौरान रिटेल महंगाई दर 2.96 फीसद रही, इसके बाद मध्य प्रदेश में 2.48 फीसद, दिल्ली में 1.53 फीसद और छत्तीसगढ़ में 0.71 फीसद महंगाई दर्ज की गई है.