इस दशक के अंत से पहले भारत की जीडीपी दोगुनी होकर 6 ट्रिलियन डॉलर होने की उम्मीद है, जिससे यह दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगी. ऐसे में भारत में रहने वाले लोगों की आय में भी इजाफा होने का अनुमान है. स्टैंडर्ड चार्टेर्ड के अर्थशास्त्रियों की ओर से जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि साल 2030 तक भारत की प्रति व्यक्ति आय 1.6 गुना बढ़कर 4,000 डॉलर यानी लगभग 3.2 लाख रुपए तक हो सकती है. इससे भारत उच्च-मध्यम आय वाला देश बन जाएगा.
हालांकि स्टैंडर्ड चार्टेर्ड के अर्थशास्त्रियों ने कहा है कि 2030 तक भारत भारत की औसत प्रति व्यक्ति आय 4000 डॉलर तभी पार करेगी जब अगले 6 वर्षों के दौरान नॉमिनल जीडीपी ग्रोथ 10 फीसद या इससे ऊपर होगी. इस ग्रोथ के साथ 2030 तक देश के 9 राज्य ऐसे होंगे जहां पर प्रति व्यक्ति आय 4000 डॉलर के ऊपर रह सकती है और 6 राज्यों में तो प्रति व्यक्ति आय 6000 डॉलर का स्तर भी पार कर सकती है. हालांकि हालांकि यूपी और बिहार में 2030 तक प्रति व्यक्ति आय 2000 डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है. वित्तवर्ष 2022-23 के दौरान भारत की नॉमिनल जीडीपी ग्रोथ 16.1 फीसद रही है. और फिलहाल देश में सिर्फ एक राज्य है जहां पर औसत प्रति व्यक्ति आय 4000 डॉलर के ऊपर है. वह राज्य तेलंगाना है.
जिन 6 राज्यों में 2030 तक औसत प्रति व्यक्ति आय 6000 डॉलर के ऊपर जाने का अनुमान है वे तेलंगाना, दिल्ली, कर्नाटक, हरियाणा, गुजरात और आंध्र प्रदेश हैं. फिलहाल देश की जीडीपी ग्रोथ में इन राज्यों की हिस्सेदारी 20 फीसद है.
रिपोर्ट में देश के विकास के लिए किए जा रहे सुधार कार्यक्रमों, राजनीतिक स्थिरता और बेहतर कॉर्पोरेट बैलेंस शीट की भी चर्चा की गई. जिसमें कहा गया कि सरकारी पूंजीगत व्यय को बढ़ावा देने से निजी निवेश में तेजी आने के रास्ते खुले हैं. हालांकि, रोजगार के अवसरों और युवा आबादी की रोजगार क्षमता को बढ़ाने के लिए तेजी से कार्रवाई की जरूरत है.