आने वाले समय में भारत से मोबाइल फोन निर्यात पांच गुना से ज्यादा होने की उम्मीद है. केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने उम्मीद जताई कि भविष्य में ये 50-60 अरब डॉलर हो जाएगा. इससे रोजगार में भी वृद्धि होगी. मौजूदा समय में इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट में जहां 10 लाख लोगों को रोजगार मिल रहा है, वहीं ये आंकड़ा बढ़कर 25 लाख हो जाएगा. वैष्णव ने ये बातें बुधवार को एक कार्यक्रम में शिरकत करते हुए कहीं.
वैष्णव ने कहा कि देश में बने मोबाइल फोन का निर्यात तेजी से बढ़ रहा है और आने वाले समय में इसमें और इजाफा होगा. 10 साल पहले भारत 98 प्रतिशत मोबाइल फोन का आयात करता था लेकिन आज के समय में लगभग 99 फीसद फोन भारत में ही बनते हैं. उन्होंने बताया कि पिछले साल करीब 11 अरब डॉलर के मोबाइल फोन निर्यात किए गए थे. इसके साथ ही भारत 2027 तक दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा, जबकि 2014 में यह 11वें स्थान पर था.
पिछले साल जोड़ी गई 5,200 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन
वैष्णव ने कहा कि भारत के इस समय पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था होने में रेलवे, राजमार्ग, हवाई अड्डे की अहम भूमिका है. संचार के साथ रेल मंत्रालय का भी दायित्व संभालने वाले वैष्णव ने कहा कि पिछले साल 5,200 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन जोड़ी गई, जो स्विट्जरलैंड के पूरे रेल नेटवर्क के बराबर है. चालू वित्त वर्ष में अब तक 4,972 किलोमीटर लंबी रेल लाइन बिछाई जा चुकी है. अभी मार्च का पूरा महीना बाकी है, उम्मीद है कि इस साल 5,500 किलोमीटर की रेल लाइन और जोड़ी जाएगी.