आम लोगों को सस्ती दाल उपलब्ध कराने के लिए सरकार ने बड़ा कदम उठाया है. केंद्रीय उपभोक्ता कार्यक्रम, खाद्य और सार्वजनिक वितरण, वस्त्र और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने भारत दाल ब्रांड के तहत एक किलोग्राम पैक के लिए 60 रुपये प्रति किलोग्राम और 30 किलो पैक के लिए प्रति किलो 55 रुपये की दर से सब्सिडी वाली चना दाल के बिक्री कार्यक्रम की शुरुआत की है. राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन महासंघ (नैफेड) के द्वारा दिल्ली-एनसीआर में खुदरा आउटलेट के जरिए चना दाल की बिक्री की जा रही है.
यहां से कर सकते हैं खरीदारी
सरकार उपभोक्ताओं को महंगाई से राहत दिलाने के मकसद से चने स्टॉक को चना दाल में परिवर्तित करके किफायती दाम पर उपलब्ध कराने की कोशिश कर रही है. बता दें कि राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन महासंघ (नैफेड) द्वारा चना दाल की मिलिंग और पैकेजिंग का काम दिल्ली-एनसीआर में अपने खुदरा दुकानों और एनसीसीएफ, केंद्रीय भंडार और सफल के आउटलेट के जरिए वितरण किया जाता है. मौजूदा व्यवस्था के तहत चना दाल को राज्य सरकारों को उनकी कल्याणकारी योजनाओं, पुलिस, जेलों और इनके उपभोक्ता सहकारी दुकानों को वितरण के लिए उपलब्ध कराया जाता है.
पोषक तत्वों से भरपूर है चना
खाद्य मंत्रालय के प्राइस मॉनिटरिंग सेल के आंकड़ों के मुताबिक सोमवार को चने का मॉडल प्राइस 70 रुपए प्रति किलोग्राम था. हालांकि देशभर के कई शहरों में भाव 80 रुपए प्रति किलोग्राम के ऊपर पहुंच गया है. बता दें कि भारत में चना दाल सबसे ज्यादा मात्रा में उत्पादित की जाने वाली दाल है और देशभर में कई रूपों में इसका उपयोग होता है. विशेषज्ञों का कहना है कि चने में फाइबर, आयरन, पोटेशियम, विटामिन बी, सेलेनियम बीटा कैरोटीन और कोलीन पाया जाता है जिससे व्यक्ति एनीमिया, ब्लड शुगर, हड्डियों से संबंधित बीमारी और मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी काफी फायदेमंद है.