चक्रवाती तूफान बिपरजॉय से प्रभावित परिवारों के लिए भारतीय बीमा नियामक इरडा (IRDAI) ने बड़ी राहत दी है. इरडा ने सभी बीमा कंपनियों को निर्देश जारी कर कहा है कि चक्रवात से प्रभावित राज्यों में बीमा दावों का तेजी से निपटारा करें. इसके लिए बीमा कंपनियां प्रभावित क्षेत्रों में प्रचार-प्रसार कर पीड़ितों तक अपनी पहुंच बनाएं.
क्या दिए हैं निर्देश?
तूफान पीड़ित परिवारों को जल्द राहत पहुंचाने के लिए ही इरडा ने बीमा कंपनियों को निर्देश जारी किए हैं. नियामक ने कहा है कि बीमा कंपनियां दावा निपटान की प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए जल्द संसाधन जुटाएं. इनमें जांचकर्ताओं, सर्वेक्षकों और क्लेम मंजूर करने वाले अधिकारियों की सेवाएं को भी शामिल किया जाए. इरडा ने सभी बीमा कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों (सीईओ) को संबोधित सर्कुलर में कहा है कि बीमा कंपनियां पॉलिसीधारक को दावा करते समय और सभी संबंधित दस्तावेज दाखिल करते समय पत्राचार के लिए इलेक्ट्रॉनिक माध्यमों का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करें. क्लेम करने वाले लोगों को भी इसके लिए प्रेरित करें. सभी बीमा कंपनियां यह सुनिश्चित करने का प्रयास करें कि दावों के मूल्यांकन के लिए यथासंभव डिजिटल प्रक्रियाओं का ही सहारा लिया जाए.
हेल्पलाइन स्थापित करें
इरडा ने अपने निर्देश में कहा है कि पीड़ित परिवारों की मदद के लिए प्रचार-प्रसार किया जाए ताकि उन्हें बीमा की राशि जल्द से जल्द मिल सके. साथ ही दावों के त्वरित निपटान के लिए बीमा कंपनियां अपने 24×7 हेल्पलाइन सेंटर स्थापित करें. जिन क्षेत्रों में बिपरजॉय का ज्यादा प्रभाव है, वहां के हर जिले में स्पेशल क्लेम डेस्क बनाई जाए. यहां ऐसे लोगों को बैठाया जाए जो दावों से जुड़े पीड़तों के सवालों और शंकाओं को मौके पर ही दूर कर सकें. जिस जिले से ज्यादा दावे आ रहे हैं उस जिले के दावों की निगरानी के लिए एक अधिकारी नियुक्त किया जाए.
कहां-कहां नुकसान?
चक्रवाती तूफान बिपरजॉय से गुजरात के कच्छ और सौराष्ट्र, महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों जान और माल का नुकसान हुआ. इससे लोगों के घर, वाहन और कारोबार प्रभावित हुए हैं. अब यह तूफान राजस्थान में प्रवेश कर चुका है. राज्य के कई जिलों में अलर्ट जारी किया गया है.