दुनियाभर के मौसम में हो रहे परिवर्तन की वजह से वैश्विक स्तर पर औसत तापमान रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया है. तीन जुलाई को पूरी दुनिया का औसत तापमान 17.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है जो कि अब तक का रिकॉर्ड है. अलनीनो की वजह से इस साल वैश्विक स्तर पर गर्मी में बढ़ोतरी दर्ज की गई है. दुनिया के कई देशों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ रहा है. यही वजह है कि औसत तापमान रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है. तापमान बढ़ने की वजह से दुनियाभर में कई बड़े बदलाव हो सकते हैं.
जानकारों का कहना है कि अलनीनो अभी अपने चरम पर नहीं है और उत्तरी गोलार्ध में गर्मी पड़ रही है. ऐसे में आने वाले दिनों में तापमान बढ़ने का नया रिकॉर्ड बन जाए तो आश्चर्य नहीं होगा. विश्व मौसम विज्ञान संगठन के मुताबिक सात साल में पहली बार उष्णकटिबंधीय प्रशांत क्षेत्र में अलनीनो पैटर्न के बनने के बाद दुनिया के बड़े हिस्से में तापमान बढ़ने की आशंका है. बता दें कि अलनीनो पूर्वी और मध्य प्रशांत महासागर में पानी की सतह के तापमान के बढ़ने और उष्ण कटिबंधीय चक्रवातों से लेकर भारी बरसात से लेकर गंभीर सूखे तक चरम मौसम की स्थिति से जुड़ा हुआ है.
देश में मानसून की स्थिति में सुधार
दूसरी ओर भारत में मानसून की बरसात की स्थिति में सुधार देखने को मिल रहा है. बारिश की कमी पहले के मुकाबले कम हो गई है. मौसम विभाग के मुताबिक 6 जुलाई तक देशभर में बरसात की कमी सिर्फ 5 फीसद रह गई है. वहीं कम बरसात वाले राज्यों में भी स्थिति में सुधार देखने को मिल रहा है.