आ गया Zomato का IPO, 9 पॉइंट्स में जानिए इससे जुड़ी हर बात

Zomato IPO: छोटे निवेशकों के मन में सवाल पैदा हो रहा है कि क्या उन्हें इस IPO में पैसा लगाना चाहिए या नहीं. यहां हम इसी उलझन को दूर कर रहे हैं.


Zomato IPO: Zomato का IPO आज से खुल गया है और मार्केट में मौजूदा वक्त में इसे लेकर जबरदस्त सरगर्मी है. छोटे इनवेस्टर्स के मन में ये सवाल पैदा हो रहा है कि क्या उन्हें इस IPO में पैसा लगाना चाहिए या नहीं. ब्रोकरेज हाउस इसे लेकर क्या राय दे रहे हैं और इससे जुड़ी तमाम जानकारियों को लोग जानना चाहते हैं. ऐसे में मनी9 आपके लिए 9 पॉइंट्स में इस फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म के IPO के बारे में हर चीज बताने जा रहा है.

Zomato ऐसी पहली भारतीय यूनिकॉर्न स्टार्टअप है जिसने अपना IPO लॉन्च किया है. अभी तक आप इस प्लेटफॉर्म से फूड ऑर्डर करते थे, लेकिन अब आपके पास इस स्टार्टअप में ही हिस्सेदारी खरीदने का मौका है. तो जानते हैं इससे जुड़ी सभी जरूरी बातें

तारीखेंः Zomato का IPO 14 जुलाई से 16 जुलाई तक खुलेगा.

इश्यू साइजः Zomato के IPO का साइज 9375 करोड़ रुपये का है.

प्राइस बैंडः 72-76 रुपये

लॉट साइजः रिटेल इनवेस्टर्स 195 शेयर और इसके गुणांक में शेयरों के लिए बोली लगा सकते हैं. रिटेल इनवेस्टर्स अधिकतम 13 लॉट के लिए बोली लगा सकते हैं. ऐसे में आप इसमें अधिकतम 1.94 लाख रुपये निवेश कर सकते हैं.

खास बात ये है कि Zomato के IPO में 65 लाख शेयर एंप्लॉयीज के लिए रिजर्व हैं.

कहां होगा पैसे का इस्तेमालः फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म Zomato इस पैसे का इस्तेमाल ऑर्गेनिक और इनॉर्गेनिक ग्रोथ करने और आम कारोबारी कामकाज में करेगी.

कंपनी क्या करती हैः Zomato फूड डिलीवरी ऑर्डर करने और डाइनिंग आउट की सेवा देती है. कंपनी का कारोबार 23 देशों में फैला हुआ है.

वित्तीय हैसियतः वित्त वर्ष 2020 में जोमैटो (Zomato) की आमदनी, पिछले वित्त वर्ष की तुलना में, दोगुनी उछलकर 2,960 करोड़ रुपये रही, जबकि EBITDA लॉस 2,200 करोड़ रुपये का रहा. फरवरी में कंपनी ने टाइगर ग्लोबल, कोरा और अन्य फर्मों से करीब 1,800 करोड़ रुपये का फंड जुटाया था. इस तरह कंपनी का वैल्यूएशन लगभग 40 हजार करोड़ रुपये हो गया.

हालांकि, रेवेन्यू बढ़ने के बावजूद कंपनी को घाटा हो रहा है और इसे एक कैश बर्निंग कंपनी के तौर पर जाना जाता है. बीते तीन वर्षों से कंपनी को 2304 करोड़, 816 करोड़ और 577 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है.

आपके लिए क्या हैः इस इश्यू का केवल 10 फीसदी रिटेल इनवेस्टर्स के लिए है. कंपनी के शेयर 27 जुलाई को लिस्ट हो सकते हैं.

ब्रोकरेज की रायः एक्सपर्ट और एनालिस्ट इस IPO को लेकर काफी सतर्कता भरी सलाह दे रहे हैं. ब्रोकरेज वेंचुरा सिक्योरिटीज ने इस इश्यू को सब्सक्राइब करने की सलाह दी है. इसका कहना है कि देश में तेजी से स्मार्टफोन बढ़ रहे हैं और लोगों की लाइफस्टाइल ऐसी है कि वे ऑनलाइन फूड ऑर्डर (online food ordering) करने में दिलचस्पी ले रहे हैं. हालांकि, ब्रोकरेज हाउस ने इसके घाटे को लेकर निवेशकों को चेताया है.

Zomato के IPO को मोतीलाल ओसवाल ने ‘सब्सक्राइब’ रेटिंग है. “फर्स्ट मूवर एडवांटेज के साथ Zomato को एक अच्छे स्थान पर रखा गया है क्योंकि ऑनलाइन फूड डिलीवरी मार्केट विकास के चरम पर है. मोतीलाल ने कहा है, “उच्च जोखिम वाले निवेशक खाद्य वितरण व्यवसाय में अद्वितीय और अपनी तरह के पहले IPO में लिस्टिंग गेन के लिए इसे सब्सक्राइब कर सकते हैं. ”

 

Published - July 13, 2021, 08:12 IST