ऑटो कंपनियों के लिए सबसे बिजी रहने वाला फेस्टिव सीजन ठंडा ही गुजर गया. सालभर की सेल्स का 30-40 फीसदी हिस्सा दीवाली के दौरान बेचने वाली इंडस्ट्री चिप शॉर्टेज (Chip Shortage) के चलते औंधे मुंह गिर पड़ी. ऑटो कंपनियों के लिए चिप शॉर्टेज (Chip Shortage) तो इस क्राइसिस का महज एक पहलू है. इसका दूसरा पहलू रूरल डिस्ट्रेस है. गांव-देहात और छोटे कस्बों में फेस्टिव सीजन के दौरान मोटरसाइकिलों के शोरूमों से रौनक गायब रही.