Mutual Funds: क्या हैं इससे जुड़े मिथक, यहां मिलेगा हरेक सवाल का जवाब

मनी 9 हेल्पलाइन ने म्यूचुअल फंड्स से जुड़े ऐसे मिथकों को खत्म करने और तथ्यों को समझाने में मदद करने के लिए मनी मंत्र के विरल भट्ट से बातचीत की.


वित्तीय बाजार में पूंजी पैदा करने के लिए म्युचुअल फंड (mutual funds) सबसे भरोसेमंद इंस्ट्रूमेंट्स हैं. हालांकि, म्यूचुअल फंड (mutual funds) को लेकर अभी भी कई मिथक हैं. मनी 9 हेल्पलाइन ने म्यूचुअल फंड्स से जुड़े ऐसे मिथकों को खत्म करने और तथ्यों को समझाने में मदद करने के लिए मनी मंत्र के विरल भट्ट से बातचीत की.

अनुज पवार: मैं म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहता हूं, लेकिन मैं 2-3 साल में ही रिटर्न बुक करना चाहता हूं. क्या म्यूचुअल फंड को केवल लंबी अवधि के निवेश के लिए माना जाना चाहिए?

आप छोटी अवधि के लक्ष्यों के लिए म्यूचुअल फंड पर विचार कर सकते हैं. लेकिन तब इक्विटी का विकल्प न चुनें. डेट साधन चुनें. डेट फंड चुनने के लिए अस्थिरता और ब्याज दर की गतिविधियों की जाँच करें. आप अल्ट्रा-शॉर्ट-टर्म फंड, लिक्विड फंड आदि का मिक्स चुन सकते हैं. यदि आपका निवेश होराइजन 2-3 वर्ष है, तो एक कंजर्वेटिव डेट कैटेगरी है जिस पर आप विचार कर सकते हैं.

विरल जोशी: अगर मेरे पास कम एनएवी है, तो क्या रिटर्न की संभावना अधिक होगी या अधिक एनएवी से रिटर्न की संभावना कम होगी

यह एक मिथक है कि अगर एनएवी में यूनिट अधिक हैं तो कम रिटर्न होगा. ये ऐसे काम नहीं करता. आपको अपने समय, उद्देश्य और जोखिम के आधार पर एनएवी में निवेश जारी रखना चाहिए.

 

Published - July 22, 2021, 02:22 IST