वेंचुरा सिक्योरिटीज के रिसर्च हेड विनीत बोलिंजकर के मुताबिक, “हम एक ऐसे बिंदु पर पहुंच सकते हैं जहां से बाज़ार एक महत्वपूर्ण प्रतिक्रिया दे सकते हैं. हम अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी थोड़े सुधार की उम्मीद कर रहे हैं. इसलिए, वैश्विक स्तर पर नरमी को देखते हुए, मेरा मानना है कि इस स्तर पर निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो पर सख्त स्टॉप लॉस अपनाना चाहिए, क्योंकि मूल्यांकन बहुत अधिक है. ”
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के वीपी – रिसर्च हेड सिद्धार्थ खेमका के मुताबिक, “वित्तीय इक्विटी बाजार की रीढ़ रही है. हालांकि, अगर आप हाल के दिनों को देखें, तो चीजें बहुत अधिक अस्थिर रही हैं. अतीत में भी विमुद्रीकरण और जीएसटी जैसे विभिन्न कारणों से एमएसएमई सेक्टर प्रभावित हुआ था. अब फिर से कोविड-प्रेरित लॉकडाउन के कारण, हमने देखा कि बैंकों में नुकसान बढ़ रहा है. अब कॉर्पोरेट पक्ष से रिटेल सेक्टर में में बदलाव आया है. ”