निफ्टी के साथ बेंचमार्क इंडेक्स 15,650 के स्तर से नीचे फिसलकर सपाट पर खुलने के बाद शुरुआती दौर में निचले स्तर पर कारोबार कर रहे थे. सभी सेक्टोरल इंडेक्स में गिरावट रही और लाल निशान पर देखे गए. बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स भी 0.5% नीचे थे. इस बारे में गोल्डीलॉक्स प्रीमियम रिसर्च के गौतम शाह ने मनी9 से बात की.
उन्होंने बताया कि वह अभी भी सकारात्मक हैं. सतह के नीचे बाजार में गहरा सुधार हुआ है. पिछले कुछ सप्ताह ग्लोबल मार्केट में अस्थिर रहे हैं. इसकी तुलना में भारत अभी भी स्थिर है. हम अभी भी बाकी दुनिया से बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं.
उन्होंने यह भी कहा कि क्लोजिंग बेसिस पर 15,620 से नीचे के ब्रेक से नियर टर्म में 3-4% करेक्शन होगा. उनका अब भी मानना है कि यह डिप्स मार्केट में खरीदारी है. उन्होंने कहा कि समस्या नेतृत्व की है. निफ्टी के टॉप टेन में से आठ शेयर सुस्त हैं और कोई भी लीडरशिप मार्केट इस दायरे से बाहर नहीं निकल पा रहा है.
“सभी शोर के बावजूद व्यापक बाजारों में अवसर होने की संभावना है. पूंजीगत सामान, बिजली, उर्वरक, अचल संपत्ति आदि के बीच स्टॉक और थीम विशिष्ट होना चाहिए.
ज़ोमैटो में कल से जारी गिरावट पर उन्होंने कहा कि आईपीओ ने अवसर बनाया है. Zomato लंबे समय के लिए एक बड़ी कहानी है लेकिन इन स्तरों पर खरीदारी नहीं करनी चाहिए. अधिक सुधार की गुंजाइश है और बहुत बेहतर अवसर मौजूद हैं.