पिछले साल 56,000 रुपये के हाई पर पहुंच गए थे, लेकिन इस साल इनमें 10,000 रुपये की गिरावट आई है. इन्वेस्टर्स अब इस सोच में पड़े हैं कि कभी निवेश का एक बढ़िया साधन माने जाने वाले गोल्ड में उनका पैसा लगाना क्या सही होगा या नहीं. मनी9 हेल्पलाइन ने IIFL सिक्योरिटीज के VP-रिसर्च, अनुज गुप्ता के साथ बात की और ये जानने की कोशिश की कि निवेशकों के लिए गोल्ड में पैसा लगाना चाहिए या नहीं. पेश हैं बातचीत के अंशः
सुमन शील पॉल, कोलकाताः मैंने SGB में 2015 में इसके आने के बाद से निवेश किया है. चूंकि, गोल्ड के दाम में उतार-चढ़ाव आ रहा है, ऐसे में क्या मुझे SGB में पैसा लगाना चाहिए या गोल्ड के दूसरे ठिकानों के बारे में सोचना चाहिए?
आपने जब 2015 में सोने में निवेश किया उस वक्त ये 24000-25000 के करीब था. आज ये 50,000 रुपये पर है. इन 5 साल में गोल्ड ने आपके पैसे को तकरीबन दोगुना कर दिया है. ऐसे में आपका पोर्टफोलियो भी दोगुना हो गया है. मैं मानता हूं कि गोल्ड में पॉजिटिव ट्रेंड आगे भी जारी रहेगा. मैं आपको गोल्ड बॉन्ड में निवेश को जारी रखने की सलाह दूंगा. आदर्श रूप में अगर आप 5-7 साल तक इसमें बने रहते हैं तो आपका रिटर्न दोगुना हो जाना चाहिए.
राशि खन्नाः मेरी बेटी 15 साल की है. मैं उसकी शादी के लिए गोल्ड में पैसा लगाना चाहती हूं. क्या फिजिकल गोल्ड खरीदना चाहिए या फिर ETF में कोटक सिक्योरिटीज के जरिए निवेश करना ठीक होगा?
फिजिकल फॉर्म में गोल्ड खरीदने के जोखिम हैं क्योंकि मैं मानता हूं कि आप इसे बेटी की शादी के लिए अगले 10 साल और रखेंगी. अगर आप ETF खरीदती हैं और इसे अपने डीमैट खाते में ट्रांसफर कर देती हैं तो ये सुरक्षित होगा. आप इसे जब चाहे बेच सकती हैं.