रहीम के दोहे से फाइनेंशियल प्लानिंग की सीख

अगर रिटेल निवेशक रहीम के दोहे का अनुसरण करें तो अपने आप को बड़े नुकसान से बचा पाएंगे.


दूसरों की देखा देखी में किया गया निवेश आपको भारी नुकसान पहुंचा सकता है.  खासतौर पर जब बाजार तेजी से ऊपर जाते हैं तो रिटेल निवेशक बाजार की इस तेजी का फायदा उठाने की चाहत में बड़े निवेशकों की नकल करने लगते हैं. फाइनेंशियल कोच विनायक सप्रे कहते हैं कि अगर रिटेल निवेशक रहीम के दोहे का अनुसरण करें तो अपने आप को नुकसान से बचा पाएंगें.  रहीम के जिस दोहे के बारे विनायक कह रहें हैं वो है –

सर सूखे पंछी उड़े, और सरन समाहीं।
दीन मीन बिनु पंख के, कहूं रहीम कहं जाहिं।।

यानी सरोवर सूखने पर पंछी उड़कर दूसरे सरोवर चले जाते हैं. लेकिन बिन पंखों की मछलियां तो उड़ ही नहीं पाएंगी. मछलियों के लिए तो ये सरोवर ही जन्म और मरण की जगह है. औऱ रिटेल निवेशक भी इस मछली की ही तरह फंस सकते हैं.

फाइनेंशियल कोच विनायक सप्रे की मदद से जानिए फाइनेंशियल प्लानिंग की सीख रहीम की वाणी में –

Published - October 6, 2021, 02:04 IST