हफ्ते के आखिरी दिन BSE सेंसेक्स 175 अंक या 0.31% चढ़कर 56,124 अंक और निफ्टी50 इंडेक्स 68 अंक चढ़कर 16,705 अंक पर बंद हुआ. इंडेक्स के लिए रिकॉर्ड क्लोजिंग हाई है. निफ्टी50 शुक्रवार को 16722 अंक के इंट्राडे स्तर तक पहुंच गया था जो कि इसका एक और ऑल-टाइम हाई है. दूसरी ओर, सेंसेक्स 56,198 के नए रिकॉर्ड पर पहुंच चुका है. मिड और स्मॉलकैप में करीब 1 फीसदी की तेजी आई और इन्होंने बेंचमार्क के मुकाबले ज्यादा अच्छा प्रदर्शन किया है. प्रॉफिटमार्ट सिक्योरिटीज के अविनाश गोरक्षाकर ने मनी9 से बात की और इन्वेस्टर्स की मार्केट में क्या स्ट्रैटेजी होनी चाहिए इस पर राय जाहिर की.
उन्होंने कहा, “मार्केट्स में आने वाले हफ्तों में भी उतार-चढ़ाव जारी रहेगा. ऐसे में भले ही बाजार ऊपर चढ़ रहे हैं, लेकिन इन्वेस्टर्स को स्टॉक्स के हिसाब से खरीदारी का फैसला करना चाहिए. ग्लोबल लिक्विडिटी का असर भारत जैसे इमर्जिंग मार्केट्स पर दिखाई दे सकता है. बड़े पैमाने पर हमें FII की बिकवाली दिखाई दे रही है.”
गुजरे हफ्ते FII ने 6,833 करोड़ रुपये की इक्विटीज की बिक्री की है. दूसरी ओर, DII ने 6,382 करोड़ रुपये की शेयरों की खरीदारी की है. अगस्त में अब तक FII ने 7,652 करोड़ रुपये के शेयरों की बिक्री की है.
उनका मानना है कि अमरीकी इकनॉमी एक बेहतर शक्ल में दिखाई दे रही है और ऐसे में क्वांटिटेटिव ईजिंग की शायद जरूरत न पड़े.
वे कहते हैं, “सेक्टरों में, IT एक महंगे बिंदु पर पहुंच गया है, जबकि फार्मा, मेटल्स और एग्रोकेमिकल्स में आगे पॉजिटिव रुख दिख सकता है.”