स्टॉक मार्केट्स हर रोज नई ऊंचाई पर पहुंच रहे हैं और इसके साथ ही निवेशकों में इस बात को लेकर दुविधा हो रही है कि उन्हें क्या प्रॉफिट कमाकर मार्केट से निकल जाना चाहिए या फिर उन्हें ऊंची वैल्यूएशन के बावजूद बाजार में बने रहना चाहिए. व्हाइट ओक कैपिटल के सीईओ आशीष सोमैया ने मनी9 से बात की और निवेशकों के लिए आगे की रणनीति पर अपनी सलाह दी.
उन्होंने कहा, “मार्केट ऑल टाइम हाई पर हैं ये बाजार से दूर रहने की कोई वजह नहीं है. हर बुल मार्केट में ठहराव और गिरावट आते हैं, लेकन मुझे नहीं समझ आता कि स्टॉक मार्केट्स यहां से ऊपर क्यों नहीं जा सकते. ऐसे में केवल इस वजह से बाजार से दूर रहना कि बाजार ऑल टाइम हाई पर हैं, सही नहीं होगा.”
नए IPO और वैल्यूएशन को लेकर चिंता के बारे में उन्होंने कहा कि हालांकि, हर IPO का आकलन अलग-अलग होना चाहिए लेकिन वे नई पीढ़ी की कुछ डिजिटल कंपनियों को लेकर काफी पॉजिटिव हैं जो कि हर घर में एक परिचित नाम हैं. साथ ही वे इसे सिर्फ साइक्लिकल स्टोरी ही नहीं मानते हैं, बल्कि वे इसे एक स्ट्रक्चरल बदलाव के तौर पर देखते हैं.
Zomato के बारे में उन्होंने कहा कि PE का मसला भारत में अभी भी नया है और वे मानते हैं कि हालांकि, Zomato की वैल्यूएशन को लेकर चिंताएं हैं लेकिन उनका कहना है कि अगर हम कुछ और वर्षों तक इसे खुद को साबित करने देने के लिए इंतजार करते तो शायद इसकी वैल्यूएशन मौजूदा 60-70,000 करोड़ रुपये से बढ़कर 2 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच जाती.
पिछले 1.5 साल में डिजिटल स्वीकार्यता में बड़ा बदलाव हुआ है और नायका, पेटीएम, पॉलिसीबाजार जैसी कंपनियां डिजिटल स्वीकार्यता को नया आयाम दे रही हैं.