क्या होते हैं एक्टिव और पैसिव फंड ?
एक्टिव फंड्स में पैसों को किस समय और किन विकल्पों में या कौन से शेयरों में निवेश करना है ये फंड हाउस का मैनेजर तय करता है. इसलिए इसे एक्टिवली मैनेज्ड फंड कहा जाता है. मार्केट ट्रेंड से लेकर बेंचमार्क इंडेक्स पर काफी रिसर्च के आधार पर फंड मैनेजर फंड को शेप देते हैं. एक्टिव रूप से मैनेज किए जाने वाले फंड्स पर अधिक चार्ज लगता है जिसे एक्सपेंस रेशयो कहा जाता है. पैसिव फंड अपने नाम की तरह ही Passively Managed होते हैं.एक चुने हुए बेंचमार्क इंडेक्स के आधार पर ये फंड काम करते हैं. इंडेक्स में शामिल शेयरों का जो रेश्यो होता है उसी तरह इनमें निवेश होता है.ये फंड सीधे इंडेक्स के मूवमेंट को मैप करते हैं. एक्टिव मैनेजमेंट ना होने से पैसिव फंड का कॉस्ट कम रहता है. इंडेक्स और ETF पैसिव फंड होते हैं.