शेयर बाजार (stock market) में दोपहर में नर्मी का माहौल रहा. एशियाई बाजारों की अस्थिरता के कारण मिलाजुला रुझान देखने को मिला. चीन के एवरग्रांडे ग्रुप के संकट के चलते निवेशकों के बीच नकारात्मकता बनी रही. BSE का सेंसेक्स मीडिया और रियलटी स्टॉक्स के दम पर 0.1 प्रतिशत बढ़कर 59,069 पर ट्रेड कर रहा था. बाद में यह 77.94 अंक या 0.13 फीसदी गिरकर 58,927.33 पर बंद हुआ.
ब्रॉडर मार्केट्स का प्रदर्शन मुख्य सूचकांकों से बेहतर रहा. निवेशकों को अब किस तरह की स्ट्रैटेजी के साथ आगे बढ़ना चाहिए, इसपर वेंचुरा सिक्योरिटीज के रिसर्च हेड विनीत बोलिंजकर ने Money9 से बातचीत की.
उनका कहना है, ‘चीन में बने हालात को मॉनिटर करना होगा. एवरग्रांडे को बिखरने से बचाने के लिए सरकार क्या कदम उठाती है, इसपर नजर रखनी होगी. फिलहाल ऐसा मार्केट है, जिसमें निवेशकों को पोर्टफोलियो में हाई-कनविक्शन स्टॉक्स को शामिल करना चाहिए.’
बोलिंजकर का मानना है कि कंजम्पशन के क्षेत्र में ITC मजबूत नजर आ रही है. यह निवेशकों को अच्छे रिवॉर्ड दे सकती है. ऐसे में इसमें निवेश करने के बारे में सोचा जा सकता है. दूसरी ओर वे वोडाफोन आइडिया से बचने की सलाह देते हैं. उनका कहना है कि सरकार के रियायत बरतने के बावजूद कंपनी की परेशानियां खत्म नहीं होने वाली हैं.
पसंदीदा स्टॉक में वे TCPL पैकेजिंग को आगे रख रहे हैं. उनका मानना है कि मौजूदा स्तर से यह लॉन्ग-टर्म में बेहतर रेटिंग पा सकेगा. यह अगले 18 से 24 महीनों में 900 के स्तर से ऊपर जाने की क्षमता रखता है.