घरेलू शेयर बाजार ने मासिक F&O एक्सपायरी सेशन पर हरे निशान में ट्रेड करना शुरू किया, मगर कुछ ही समय में इनमें गिरावट देखने को मिली. सेंसेक्स 59,270 के लगभग ट्रेड कर रहा था. निफ्टी 0.24 प्रतिशत फिसलकर 17,700 के स्तर से नीचे चला गया.
बाजार की अस्थिरता के बीच निवेशकों को क्या करना चाहिए, इसपर गोल्डीलॉक्स प्रीमियम रिसर्च के गौतम शाह ने Money9 से बातचीत की.
उनका कहना है, ‘वैश्विक बाजारों में भारत का प्रदर्शन बेहतर बना हुआ है. शॉर्ट टर्म के चार्ट ओवरबॉट लग रहे हैं. हमें अब कंसॉलिडेशन फेज की जरूरत है. करीब तीन से पांच प्रतिशत का करेक्शन भी हो सकता है. तब उसके बाद हमें मार्केट का अगला पड़ाव देखने को मिलेगा. कोई बहुत उथल-पुथल होती नहीं दिख रही है, मगर नियर-टर्म में दबाव बना रह सकता है. हम सतर्क हो गए हैं. स्टॉक और सेक्टर स्पेसिफिक होकर चल रहे हैं क्योंकि अब इंडेक्स आधारित होने से काम नहीं चलेगा.’
सेक्टर और स्टॉक के लिहाज से उनका सुझाव है कि निवेशकों को IT और मेटल से दूरी बनाकर रखनी चाहिए. वहीं, ऑटो अगला बड़ा सेक्टर हो सकता है.
उन्होंने कहा, ‘मैंने निफ्टी ऑटो के लिए अगला लक्ष्य 11,000 का रखा है. एक बार ये हो गया तो इंडेक्स अपने लाइफटाइम हाई की ओर बढ़ेगा. हालांकि, निवेशकों को यहां सोच-समझकर चुनने की जरूरत है. टाटा मोटर्स, बजाज ऑटो, M&M का सेट-अप बेहतर है. फार्मा में हम सन फार्मा को लेकर पॉजिटिव हैं. इसपर चार अंक तक देखने को मिल सकते हैं. इसके अलावा सिप्ला पर मुझे भरोसा है.’
घरेलू शेयर बाजार ने मासिक F&O एक्सपायरी सेशन पर हरे निशान में ट्रेड करना शुरू किया, मगर कुछ ही समय में इनमें गिरावट देखने को मिली. सेंसेक्स 59,270 के लगभग ट्रेड कर रहा था. निफ्टी 0.24 प्रतिशत फिसलकर 17,700 के स्तर से नीचे चला गया.
बाजार की अस्थिरता के बीच निवेशकों को क्या करना चाहिए, इसपर गोल्डीलॉक्स प्रीमियम रिसर्च के गौतम शाह ने Money9 से बातचीत की.
उनका कहना है, ‘वैश्विक बाजारों में भारत का प्रदर्शन बेहतर बना हुआ है. शॉर्ट टर्म के चार्ट ओवरबॉट लग रहे हैं. हमें अब कंसॉलिडेशन फेज की जरूरत है. करीब तीन से पांच प्रतिशत का करेक्शन भी हो सकता है. तब उसके बाद हमें मार्केट का अगला पड़ाव देखने को मिलेगा. कोई बहुत उथल-पुथल होती नहीं दिख रही है, मगर नियर-टर्म में दबाव बना रह सकता है. हम सतर्क हो गए हैं. स्टॉक और सेक्टर स्पेसिफिक होकर चल रहे हैं क्योंकि अब इंडेक्स आधारित होने से काम नहीं चलेगा.’
सेक्टर और स्टॉक के लिहाज से उनका सुझाव है कि निवेशकों को IT और मेटल से दूरी बनाकर रखनी चाहिए. वहीं, ऑटो अगला बड़ा सेक्टर हो सकता है.
उन्होंने कहा, ‘मैंने निफ्टी ऑटो के लिए अगला लक्ष्य 11,000 का रखा है. एक बार ये हो गया तो इंडेक्स अपने लाइफटाइम हाई की ओर बढ़ेगा. हालांकि, निवेशकों को यहां सोच-समझकर चुनने की जरूरत है. टाटा मोटर्स, बजाज ऑटो, M&M का सेट-अप बेहतर है. फार्मा में हम सन फार्मा को लेकर पॉजिटिव हैं. इसपर चार अंक तक देखने को मिल सकते हैं. इसके अलावा सिप्ला पर मुझे भरोसा है.’
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