स्टॉक मार्केट आए दिन नए ऑल-टाइम हाई स्तर पर पहुंच जा रहे हैं. म्यूचुअल फंड में निवेश करने वालों को बढ़िया मुनाफा हुआ है. हालांकि, क्या SIP खत्म कर के अब तक हुए मुनाफे को उन्हें निकाल लेना चाहिए, या निवेश करते रहना चाहिए? Money9 हेल्पलाइन में स्मार्ट एक्यूमन कंसल्टिंग के संस्थापक धनंजय बंथिया ने इस तरह के सवालों के जवाब दिए.
विवेक गोयंका: अगर हम SIP बढ़ाना चाहते हैं, तो क्या करेक्शन का इंतजार करना चाहिए? मार्केट अपने रिकॉर्ड स्तर पर हैं, ऐसे में क्या स्ट्रैटजी अपनानी चाहिए?
बंथिया: SIP निवेश करने का एक अनुशासित तरीका है. उदाहरण के लिए, अगर मेरी सैलरी 20 प्रतिशत बढ़ती है और फिर भी मैं SIP में निवेश करने के लिए करेक्शन का इंतजार करता हूं, तो वह गलत होगा. अगर आपकी SIP चल रही है, तो उसे अपने लक्ष्यों के साथ मेल खाने दीजिए. SIP में कम से कम 7-8 साल का वेटिंग पीरियड होता है. इसके बाद कंपाउंडिंग का असल फायदा मिलना शुरू होता है. ऐसे में SIP में पैसे बनाए रखना सही होगा. आप उसका अमाउंट बढ़ा सकते हैं.
अविनीश चौरसिया: मेरे पोर्टफोलियो में आदित्य बिरला फ्लेक्सी कैल, SBI स्मॉल-कैप फंड, HDFC इंडेक्स फंड सेंसेक्स, ICICI प्रू FMCG फंड, मोतीलाल ओसवाल निफ्टी बैंक इंडेक्स फंड, ICICI प्रू निफ्टी नेक्स्ट 50 इंडेक्स फंड, ICICI ब्लू-चिप फंड, कोटक ब्लू चिप शामिल हैं. क्या मुझे इनमें बने रहना चाहिए?
बंथिया: आपका पोर्टफोलियो काफी विविध और मिक्स्ड है. मुझे लगता है कि लॉन्ग टर्म के लिहाज से इन फंड्स का प्रदर्शन अच्छा रहेगा. आप इनमें बने रह सकते हैं. मेरा सुझाव है कि पोर्टफोलियो को अब और डायवर्सिफाई मत करिएगा.