फाइनेंशियल प्लानिंग केवल अमीरों के लिए नहीं होती. चाहे आपके आपका आर्थिक स्तर कैसा भी हो या जीवन का कोई भी चरण हो, आप फाइनेंशियल प्लानिंग से लाभ उठा सकते हैं. वर्ल्ड फाइनेंशियल डे पर मनी9 ने एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया है, जिसमें देश के सर्वश्रेष्ठ फाइनेंशियल प्लानिंग एक्सपर्ट्स ने फाइनेंशियल प्लानिंग से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें बताई हैं. इस कार्यक्रम में राजेश कृष्णमूर्ति, सुरेश सदगोपन और दिलशाद बिलिमोरिया ने मनी9 की साक्षी बत्रा के साथ बातचीत की है.
इस कार्यक्रम FPSB के राजेश कृष्णमूर्ति ने कहा, ‘वित्तीय नियोजन के बारे में तीन मूलभूत बातें हैं, जिन्हें समझने की आवश्यकता है. सबसे पहला, वित्तीय नियोजन एक बोझिल प्रक्रिया नहीं है. दूसरी बात, जब आपके पास बहुत सारा पैसा हो तो आप ऐसा नहीं करते हैं और तीसरा वित्तीय नियोजन संख्याओं के बारे में है.’ उन्होंने कहा कि फाइनेंशियल प्लानिंग को लाइफ प्लान की तरह समझें. आपके पास जीवन में कुछ लक्ष्य अवश्य होंगे. आप इन लक्ष्यों को वित्तीय सहायता से कैसे प्राप्त करेंगे, इस बारें में विचार करें.
कृष्णमूर्ति ने आगे कहा, “पहले यह पता लगाना महत्वपूर्ण है कि आपके निवेश का कारण क्या है और फिर आप ‘कहां’ और ‘कैसे’ का पता लगा सकते हैं. बिना लक्ष्य के हवा में तीर चलाना उचित नहीं है. सबसे पहले आपको पता होना चाहिए कि आप निवेश क्यों कर रहे हैं.
दिलशाद बिलिमोरिया ने कहा कि यदि आप शुरू में किसी वित्तीय सलाहकार की मदद नहीं ले सकते हैं, तो आप पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) और ELSS में आँख बंद करके निवेश कर सकते हैं. ऐसा इसलिए है क्योंकि ये दो गुना लाभ प्रदान करते हैं, पहला, यह आपके पोर्टफोलियो को स्वचालित संपत्ति आवंटन देता है, और दूसरा कर लाभ.
बुनियादी बात यह है कि हमें यह समझने की जरूरत है कि आज आप कहां हैं या वित्त के मामले में आज आप कहां खड़े हैं और धन सृजन के मामले में आप कहां जाना चाहते हैं. सुरेश सदगोपन ने कहा कि यह मैपिंग वित्तीय नियोजन का गठन करती है. निवेश वित्तीय नियोजन का उप-उत्पाद होना चाहिए. विस्तृत जानकारी के लिए देखें वीडियो.