किसी निवेश में जोखिम की भूमिका व्यक्तिगत निवेशक की मानसिकता पर निर्भर करती है. कई निवेशक जोखिम तत्व को नजरअंदाज करना पसंद करते हैं जबकि कुछ जोखिम से बचने वाले होते हैं. वेब सीरीज स्कैम 1992 का मशहूर डायलॉग ‘रिस्क है तो इश्क है.’ बेहद मशहूर है. हर्षद मेहता के किरदार में एक तरह से जोखिम तत्व का महिमामंडन किया है और जो लोग आसानी से बहक जाते हैं, उन्हें इससे जुड़े नुकसानों के बारे में पता होना चाहिए.
दोहानोमिक्स के लेखक विनायक सप्रे ने अपनी अनूठी शैली में बताया कि कैसे एक निवेशक अपनी निवेशक यात्रा में रिस्क फैक्टर का आकलन कर सकता है.