आर्थिक प्रगति के साथ ही महंगाई (Inflation) का दबाव भी पैदा होता है. मार्केट में जब पैसे की इफरात होती है तो महंगाई पैदा होती है. इसके साथ ही सामानों की कीमतों में भी तेजी आती है. महंगाई से आपका मंथली बजट गड़बड़ा जाता है और इससे आपेक इनवेस्टमेंट पर भी बुरा असर पड़ता है. सामानों की कीमतों में आने वाली तेजी आपके वित्तीय लक्ष्य हासिल करने की राह में भी अवरोध पैदा करती है.
ऐसे में ये जरूरी है कि आप अपने निवेश को महंगाई से बचाएं. लेकिन, ऐसा करने का तरीका क्या है? मनी9 हेल्पलाइन में Wiseinvest के हेमंत रुस्तगी ने इसी से जुड़े हुए सवालों के जवाब दिए हैं.
मैं ELSS में 11,000 रुपये लगाता हूं. मेरे पास 8 लाख रुपये के शेयर हैं और 13 लाख रुपये की FD है. मैं अपने MF इनवेस्टमेंट को बढ़ाना चाहता हूं. चूंकि, मैंने इक्विटीज में पहले ही इनवेस्ट किया हुआ है, ऐसे में क्या डेट में मुझे पैसा लगाना चाहिए? मैं महंगाई के खिलाफ ज्यादा रिटर्न चाहता हूं.
पीयूष लाहानी, गुजरात
जब हम वित्तीय एसेट्स की बात करते हैं तो आपके पास इक्विटी, डेट और हाइब्रिड फंड्स का भी विकल्प होता है. हालांकि, यहां बड़ा फैसला इक्विटी या डेट में से चुनाव करने का नहीं है. आपको समझना होगा कि आपके वित्तीय लक्ष्य और जरूरतें सबसे पहले हैं और इसी हिसाब से आपको पैसा लगाना होगा. इसमें वक्त की अहमियत है.
अगर आप 10-15 साल के बारे में सोच रहे हैं तो आपको डेट फंड्स में महंगाई से ज्यादा रिटर्न हासिल करने में मुश्किल हो जाएगी. ऐसे में आपको हाइब्रिड या इक्विटी फंड पर विचार करना चाहिए.
मैं एक किसान हूं और APMC में काम करता हूं. मैंने गोल्ड, बैंक और पोस्ट ऑफिस FD में पैसा लगाया है. फसल की बिक्री पर मुझे अच्छा पैसा मिलता है. अगर में MF में एकमुश्त पैसा लगाना चाहूं तो बेस्ट ऑप्शन क्या है?
अनिल पटेल, पालनपुर
कोई भी रकम निवेश करने से पहले दो चीजों पर गौर कीजिए. आपका वित्तीय लक्ष्य क्या है और आपके पास कितना वक्त है. इन सवालों के जवाब ढूंढने के बाद आप अपनी जरूरत के हिसाब से पैसा लगाइए. लेकिन, याद रखिए कि आपने रेगुलर खर्चों को बंद मत कीजिए.