नए जमाने की भारतीय औरतों के लिए अपने पैसों का मैनेजमेंट खुद करना बेहद जरूरी है. अगर महिलाएं अपने पैसों की देखभाल खुद करती हैं और सही फैसले लेती हैं तो वे अपने लिए वित्तीय आजादी को एक हकीकत बना सकती हैं. मनी9 हेल्पलाइन में हमने फिनवाइज की को-फाउंडर प्रतिबा गिरीश से बात की और जाना कि क्यों महिलाओं के लिए अपने वित्तीय मामलों की देखरेख खुद करना जरूरी है.
पेश हैं इस बातचीत के अंशः
रितु पुरीः मैं एक गृहिणी हूं और मेरे तीन बच्चे हैं. मेरे पति परिवार में इकलौते कमाने वाले हैं. हमारी आमदनी स्थिर है, लेकिन हमारे पास ज्यादा बचत नहीं है. मैं भविष्य सुरक्षित करने के लिए अपनी सेविंग्स को कैसे मजबूत कर सकती हूं?
फाइनेंशियल प्लानिंग की शुरुआत जोखिम के निपटारे के साथ होती है. ऐसे में सबसे पहले घर के कमाने वाले के लिए एक मजबूत टर्म इंश्योरेंस लेना चाहिए. इसके बाद आपको एक इमर्जेंसी फंड तैयार करना चाहिए. एक दफा आप परिवार की मदद के लिए एक बैकअप तैयार कर लेंगी तो फिर आप SIP के जरिए छोटी बचत को निवेश कर पाएंगी. वित्तीय मामलों में समझ बढ़ने के साथ आप ज्यादा अच्छी तरह से अपने पैसों का प्रबंधन कर सकेंगी.
सोनाली पालितः मैं 42 साल की हूं. मैं एक गृहिणी हूं और मेरी 7 साल की बेटी है. मैं अपने घरेलू खर्चों में से 10-12,000 रुपये महीने बचा सकती हूं. मुझे किस फंड में पैसा लगाना चाहिए जिससे मैं 60 की उम्र पर एक अच्छा फंड इकट्ठा कर सकूं?
आपके पास अभी 18 साल हैं. अगर आप पहली बार निवेश कर रही हैं तो मैं आपको किसी अच्छे फ्लेक्सी कैप या लार्ज कैप में पैसा लगाने की सलाह दूंगी. आप जब भी निवेश करें आपका मकसद पूंजी के नुकसान से बचने का होना चाहिए, भले ही आपको कम प्रॉफिट हो. आप केनरा रोबेको ब्लूचिप फंड और केनरा लार्ज कैप जैसे फंड्स में पैसा लगा सकती हैं.