शेयर बाजार रोज नई ऊंचाइयां छू रहा है. लेकिन इस तेजी के बीच निवेशकों को क्या करना चाहिए? क्या उन्हें करेक्शन का इंतजार करते हुए सतर्क हो जाना चाहिए या निवेश करते रहना चाहिए? क्या म्यूचुअल फंड में निवेश करने का यह सही समय है? ऐसे सवालों के जवाब माय वेल्थ ग्रो के सह-संस्थापक हर्षद चेतनवाला ने मनी9 हेल्पलाइन में दिए.
गौरव शर्मा: मेरे डायरेक्ट शेयर्स पोर्टफोलियो में करीब 75 प्रतिशत का रिटर्न है. सभी A कैटेगरी के शेयर हैं. मौजूदा स्थिति को देखते हुए, क्या इस फंड को 5 MF SIP में बराबरी से बांटना सही होगा? क्या कोई ऐसा पैसिव फंड है, जो मार्केट की शॉर्टिंग के हिसाब से चलता हो? कुछ वैसे, जैसे हम डायरेक्ट मार्केट में शेयर शॉर्ट करते हैं.
चेतनवाला: पोर्टफोलियो में शामिल शेयरों को समझना बेहद जरूरी होता है. आपके पोर्टफोलियो में सभी A कैटेगरी के शेयर हैं और वे अच्छा परफॉर्म कर रहे हैं. अगर सब बढ़िया चल रहा है, तो डायरेक्ट इक्विटी से म्यूचुअल फंड में स्विच करने की कोई जरूरत नहीं है. किसी कारण आप पोर्टफोलियो मैनेज करने में असमर्थ महसूस करते हैं, तभी बदलाव करें. आप म्यूचुअल फंड में निवेश करने की सोच रहे हैं तो इंडेक्स फंड कॉस्ट-इफेक्टिव साबित होंगे. निफ्टी 50 भी अच्छा विकल्प है. हालांकि, मेरा सुझाव है कि स्टॉक्स अगर अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं तो किसी तरह के बदलाव करने की जरूरत नहीं है.