भारत में सोने की कीमतें मंगलवार को 46000 रुपये के नीचे चली गईं. साथ ही गोल्ड का दाम अपने रिकॉर्ड लेवल से 10000 रुपये नीचे आ गया है. ऐसे में क्या आपको इसमें और गिरावट आने पर पैसा लगाना चाहिए? HDFC सिक्योरिटीज के सीनियर एनालिस्ट (कमोडिटीज), तपन पटेल ने साक्षी बत्रा से बात की और इन्वेस्टर्स के लिए गोल्ड को लेकर रणनीति पर चर्चा की.
गोल्ड ने 2021 में नेगेटिव रिटर्न दिया है और ये 8 फीसदी से ज्यादा नीचे आ चुका है. ग्लोबल इकनॉमिक एक्टिविटीज के फिर से रफ्तार पकड़ने से इन्वेस्टर्स जोखिम वाली एसेट्स में पैसा लगा रहे हैं. बड़े पैमाने पर जारी वैक्सीनेशन से भी इन्वेस्टर्स की दिलचस्पी इक्विटीज में बढ़ रही है.
पटेल ने कहा कि बॉन्ड खरीदारी पर फेड के फैसले से नियर टर्म में गोल्ड की कीमतों पर दबाव पैदा हो सकता है. यूएस फेड पॉलिसी बदलावों से दिवाली तक इसमें सीमित फायदे ही रहेंगे. इस साल के अंत तक गोल्ड का दाम 48,500 रुपये की रेंज में पहुंच सकता है.
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