Financial Planning: बच्चों के वर्तमान और भविष्य की चिंता किन पेरेंट्स को नहीं होती है. यही कारण है कि पेरेंट्स की पहली प्राथमिकता अपने बच्चों के फ्यूचर को सेफ करने की होती है. पेरेंट्स अगर जल्द ही बच्चों की पढ़ाई के लिए इनवेस्ट कर दें तो इससे बच्चों की पढ़ाई के लिए उन्हें पर्याप्त फंड को बनाने और उसे आगे बढ़ाने में मदद मिल सकती है.
मनी9 की हेल्पलाइन के जरिए कॉलर्स को कल्पेश अशहर(फुल सर्कल फाइनेंशियल प्लानर्स के फांउडर) ने बताया कि किस तरह से पेरेंट्स अपने बच्चों की पढ़ाई और भविष्य के लिए फंड जोड़ कर सकते हैं…
रूपाली शर्मा, मुंबई- मेरी 8 साल की बेटी और 4 साल का बेटा है. मैं उनके फ्यूचर के लिए 1.5 लाख रुपये का इन्वेस्ट करना चाहती हूं. इसके लिए सबसे अच्छा इन्वेस्टमेंट ऑप्शन क्या हैं?अशहर: आप अपने बच्चों की पढ़ाई में इन्वेस्ट कर रही हैं तो जरुरी यह है कि आप क्लीयर इन्वेस्टमेंट करें. मैं 1.5 लाख रुपये को दो समान पार्ट में बांटने की सलाह दूंगा. एक हिस्से को सुकन्या स्मृति योजना में और दूसरे को इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश करें.
अक्षय कुमार: क्या मैं अपनी बेटी की हायर एजुकेशन के लिए सुकन्या समृद्धि योजना में इन्वेस्ट करूं या म्यूचुअल फंड में?अशहर: मुझे लगता है कि दोनों इन्वेस्टमें बहुत अच्छे हैं. खासकर सुकन्या समृद्धि योजना में अपनी बेटी के लिए लॉन्ग टाइम के लिए इन्वेस्ट कर रहे हैं. तो आपको मिलने वाला 7.6% रिटर्न टैक्स फ्री है. इसके अलावा, आपके पास एक और फंड होना चाहिए जो 10 साल की समय सीमा में 10-14% रिटर्न दे सके. इसके लिए इक्विटी म्यूचुअल फंड आपका गोल पूरा कर कर सकता है. दोनों इन्वेस्टमेंट का रेशो 50-50% होना चाहिए. जब आप अपने बच्चे की एजुकेशन का फंड तय कर रहे हों तो मुद्रास्फीति के इफेक्ट पर सोचना जरूरी है.