भारतीय शेयर बाजार (Stock Market) में पिछले 17 महीनों की एकतरफा रैली के बाद अब थकावट के कुछ संकेत दिखा रहे हैं. ऐसे में क्या निवेशकों को चिंतित होना चाहिए? क्या प्रत्याशित सुधार से पहले अपना मुनाफा बुक करने का समय आ गया है? मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के अध्यक्ष और सह-संस्थापक बाजार के दिग्गज रामदेव अग्रवाल ने बाजार से आगे क्या उम्मीद की जाए और लंबी अवधि के धन सृजन के लिए जीतने वाली रणनीतियों पर महत्वपूर्ण अंतर्दृष्टि साझा की.
उनके मुताबिक, बाजारों में निवेश सब कुछ धैर्य के बारे में है. हर कोई अच्छे समय में निवेश करता है, जैसे हम हैं, असली परीक्षा बुरे समय में होगी. बाजारों में उठने के बाद नीचे आना स्वाभाविक है. ऐसे में निवेशक सवारी मत छोड़े और रोलर-कोस्टर के लिए तैयार रहे.
उन्होंने यह भी कहा कि भले ही बाजार महंगे दिखें, लेकिन निवेशकों के लिए बाहर रहना सही नहीं होगा. उनका मानना है कि बाजारों में निवेश करने के लिए हर दिन सही दिन है क्योंकि कोई भी लाभ या हानि की गारंटी नहीं दे सकता है.