इथेरियम दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी है. Giottus Cryptocurrency Exchange के को-फाउंडर और सीईओ विक्रम सुब्बुराज इसे आसान शब्दों में बताते हैं. इसके अलावा वे पॉलीगॉन के बारे में भी चर्चा करते हैं.
सुब्बुराज कहते हैं, “इथेरियम बिटकॉइन के मुकाबले बिलकुल अलग है. आप इसे गूगल प्ले स्टोर की तरह से देख सकते हैं. ये एक बेस की तरह से है जिसके ऊपर आप ब्लॉकचेन आधारित कई एप्लिकेशन बना सकते हैं. इथेरियम में कई फीचर्स होते हैं जिसे स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स कहा जाता है जहां पर आप इथेरियम पर शर्तें लिख सकते हैं.”
लंदन अपडेट के बारे में वे कहते हैं कि इसका नेट पॉजिटिव असर होगा, क्योंकि इंडस्ट्री के लिए इश्यूएंस में काफी कमी आएगी जो कि फिलहाल रोजाना आधार पर होता है. ऐसे में इस अपडेट के साथ रोजाना जारी होने वाली इथेरियम की कुल संख्या में भी कमी आएगी.
पूरी जानकारी के लिए ये वीडियो देखिएः