ETF Vs Mutual Funds: आज के दौर में इन्वेस्टर्स के पास निवेश के कई विकल्प मौजूद हैं. इनमें एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) और म्यूचुअल फंड्स दोनों ही स्टॉक्स, बॉन्ड्स या गोल्ड जैसे सिक्योरिटीज के मिक्स में निवेश करते हैं. लेकिन, ETF और म्यूचुअल फंड्स के बीच क्या फर्क होता है? कहां निवेश करने पर आपको ज्यादा फायदा होगा? मनी9 हेल्पलाइन ने सर्टिफाइड फाइनेंशियल प्लानर सूर्य भाटिया से बात की और समझना चाहा कि एक आम निवेशक के लिए ETF और म्यूचुअल फंड्स में से ज्यादा बेहतर क्या है?
पेश हैं बातचीत के अंशः
अरुणः डीमैट के जरिए सीधे खरीदारी करने पर क्या ETF रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए फायदेमंद साबित होते हैं? मेरा मानना है कि MF या FoF के जरिए हम प्रति यूनिट ज्यादा बेहतर वैल्यू हासिल कर सकते हैं और एक वर्किंग प्रोफेशनल के लिए भी ये आसान होता है. कृपया इस बारे में सलाह दें. साथ ही, क्या मिराए S&P 500 टॉप 50 NFO में मुझे निवेश करना चाहिए या मुझे कोई और फंड चुनना चाहिए.
आपके सवाल के दो हिस्से हैं. पहले हिस्से के लिए मैं पूरी तरह से आपसे सहमत नहीं हूं. आपको ETF में बेहतर वैल्यू मिलती है. ETF में एक्सपेंस रेशियो कम होता है. ऐसे में आपको ज्यादा वैल्यू मिलती है. FoF वर्किंग प्रोफेशनल के लिए ठीक हैं क्योंकि आपको इन्हें ट्रैक नहीं करना पड़ता है. अगर आपके पास वक्त है और आप ट्रैक करते हैं तो ETF में जाइए.
सवाल के दूसरे हिस्से के लिए, मैं आपको कहूंगा कि हां आज के दौर में इन्वेस्टर्स डायवर्सिफाई करना चाहते हैं और अपने पोर्टफोलियो में ग्लोबल एसेट्स का एलोकेशन करना चाहते हैं. आप अपने पोर्टफोलियो का 10-15% हिस्सा इंटरनेशनल फंड्स में लगा सकते हैं. S&P इस लिहाज से एक अच्छा फंड है.