शादियों के सीजन से चमकेगा बाजार, खूब होगा कारोबार

कैट का कहना है कि इस दौरान करीब 3 लाख करोड़ रुपये का कारोबार होगा. अकेले दिल्ली में ही 1.5 लाख शादियां होनी हैं.



नवंबर से शादियों का सीजन (Wedding Season) शुरू हो गया है. लाखों छोटे-बड़े कारोबारी हैं जो शादियों के इस सीजन (Wedding Season) पर आस लगाए बैठे हैं. इनमें फूल वाले, डेकोरेशन, हलवाई, ब्यूटी पार्लर, टूर-ट्रैवल ऑपरेटर, घोड़े-बग्घी वाले, बैंक्वेट हॉल, कपड़े, ज्वैलरी, किराने वाले जैसे कारोबारी शामिल हैं. इन सब का धंधा इस बार चमकने की उम्मीद है. यही नहीं, कारों से लेकर इलेक्ट्रॉनिक आइटमों, गहनों और फर्नीचर जैसे सामानों की भी जमकर बिक्री होगी.

इस बार 3 लाख करोड़ का है बैंड, बाजा, बारात

पूरे 2 साल बाद जुम्मन चचा के चेहरे पर रौनक लौटी है. आखिरकार शादियों का सीजन जो आ गया है. कोरोना की पाबंदियां हटने के बाद शादियों का ये पहला सीजन है. जुम्मन चचा का एक बैंड है. दो साल पहले कोविड महामारी ने उनके धंधे और कमाई की सांसें भी खींच लीं, दुकान बंद करनी पड़ी, कारोबार समेटना पड़ा. बैंड के उनके साथी अपने गांवों को लौट गए.

दूसरी लहर का खौफ खत्म होने और वैक्सीनेशन के बाद अब जुम्मन चचा ने एक बार फिर अपनी दुकान सजा ली है. पुराने साथी वापस लौट आए हैं और पिछले एक-डेढ़ महीने से पूरी टीम खूब रियाज कर रही है.

शादियों का सीजन आया

नवंबर से शादियों का सीजन शुरू हो गया है और जुम्मन चचा के पास सांस लेने की फुर्सत नहीं है. बढ़िया पैसा मिल रहा है और उन्हें 2 साल की भरपाई अकेले इसी सीजन में होने की उम्मीद है. जुम्मन जैसे लाखों दूसरे छोटे-बड़े कारोबारी हैं जो शादियों के इस सीजन पर आस लगाए बैठे हैं.

इनमें फूल वाले, डेकोरेशन, हलवाई, ब्यूटी पार्लर, टूर-ट्रैवल ऑपरेटर, घोड़े-बग्घी वाले, बैंक्वेट हॉल, कपड़े, ज्वैलरी, किराने वाले जैसे कारोबारी शामिल हैं. इन सब का धंधा इस बार चमकने की उम्मीद है. यही नहीं, कारों से लेकर इलेक्ट्रॉनिक आइटमों, गहनों और फर्नीचर जैसे सामानों की भी जमकर बिक्री होगी.

इनकी आंखों में चमक की एक वजह ये भी है कि इस साल 14 नवंबर से 13 दिसंबर के सहालग के दौरान पूरे देश में 25 लाख से ज्यादा शादियां होने का अंदाजा है.

इसका मतलब है बड़ा कारोबार

ट्रेडर्स के संगठन कैट का कहना है कि इस दौरान करीब 3 लाख करोड़ रुपये का कारोबार होगा. अकेले दिल्ली में ही 1.5 लाख शादियां होनी हैं और इससे करीब 50,000 करोड़ रुपये का धंधा निकलेगा, यानी शादी से जुड़े छोटे काम-धंधे वालों से लेकर कंपनियों तक की बल्ले-बल्ले होने वाली है.

HK ज्वैल्स के डायरेक्टर पराग शाह कहते हैं, “हमें पिछले साल अक्टूबर के मुकाबले इस दफा 33 फीसदी ज्यादा ऑर्डर मिले हैं.” सेंको गोल्ड एंड डायमंड्स के संजय बनर्जी के मुताबिक, “इस शादियों के सीजन में बिक्री कोविड से पहले के दौर के लेवल पर आने की उम्मीद है.”

सुस्ती के दौर से गुजर रही कार कंपनियां भी अब शादियों पर अपनी आस लगाए बैठी हैं. मारुति के ED शशांक श्रीवास्तव कहते हैं, “शादियों के दौरान खासतौर पर कस्बों और गांव-देहात में बिक्री में तेजी आती है. हमें पिछले साल के मुकाबले इस दफा बुकिंग्स में 32% इजाफा दिख रहा है.”

शादियों से जुड़े कारोबारों से बड़े पैमाने पर रोजगार भी पैदा होते हैं. 3 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा के इस मौके का फायदा स्टार्टअप्स भी उठाना चाहते हैं. weddings.in , Shaadimagic.com, shaadisaga, fullonwedding जैसे कई स्टार्टअप्स इस बाजार का हिस्सा बन रहे हैं.

Published - November 26, 2021, 01:20 IST