क्रिप्टो दीवाने अगर इस खबर को नहीं समझेंगे तो नुकसान में रहेंगे. आज संसद में सरकार ने बिटकॉइन को लेकर अपना नजरिया साफ कर दिया है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण संसद में कुछ सवालों के जवाब दे रही थीं. वित्त मंत्री ने कहा है कि सरकार का बिटकॉइन को एक करेंसी का दर्जा देने का कतई इरादा नहीं है, तो खबर तो इसका सीधा मतलब ये है कि क्रिप्टो अब करेंसी नहीं होगी. जब बिटकॉइन ही करेंसी नहीं होगी तो उसके परिवार के दूसरे मेंबर यानी इथीरियम को भी ये दर्जा नहीं मिलना है. इस बयान के साथ अब करेंसी वाली बहस तो खत्म हो गई है. मनी 9 आपको बताता रहा है कि क्रिप्टो को करेंसी का दर्जा मिलना क्यों नामुमकिन है.
वित्त मंत्री ने ये भी कहा कि बिटकॉइन के ट्रांजैक्शंस को लेकर सरकार के पास कोई आंकड़े नहीं हैं. इसा मतलब ये कि क्रिप्टो में भारी निवेश के जो लंबे-चौड़े दावे किए गए थे उन का गणित ही संदिग्ध है. क्रिप्टो एक्सचेंज दावे करते रहे हैं कि करोड़ों भारतीय इनमें निवेश कर रहे हैं. जिस पर प्रधानमंत्री कार्यालय और रिजर्व बैंक दोनों ही संदेह जाहिर कर चुके हैं.
रिजर्व बैंक का कहना था कि ये विज्ञापन लोगों को निवेश के लिए लुभा रहे हैं, तो मनी9 की सलाह है कि अब क्रिप्टो के करेंसी होने की ख्याली दुनिया से निकल आना चाहिए.
क्रिप्टो क्या है? वित्तीय बाजार में इसे क्या पहचान मिलेगी? इसके लिए सरकार के नए कानून का इंतजार कीजिए और तब तक सतर्क रह कर आगे बढ़िए. क्रिप्टोकरेंसी पर सरकार के बिल को लेकर क्या सवाल खड़े हो रहे हैं इस पर देखिए मनी9 का ये वीडियो –
वहीं अगर आप जानना चाहते हैं क्रिप्टो दीवाने कैसे सोचते हैं तो देखिये मनी9 पर कार्तिक और रसिक भाई की गर्मागर्म बहस