रिलायंस इंडस्ट्रीज अपनी कौनसी सब्सिडियरी के डीमर्जर और लिस्टिंग की तैयारी में जुट गई है? स्टार्टअप-कॉर्पोरेट जगत से जुड़ी बहुत खबरें जानने के लिए देखे
पिछले साल आईपीओ बाजार ने रिकॉर्ड बना दिया था. अब बाजार नियामक सेबी आईपीओ के नियमों को सख्त बनाने की तैयारी में है. आइए जानते हैं, इसका कारण क्या है.
क्या घटता अनाज स्टॉक बढ़ाएगा महंगाई? US में क्यों नहीं थम रही महंगाई? Russia की धमकी से क्या गहराएगा अनाज संकट?
बैंक अपनी सब्सिडियरी म्यूचुअल फंड कंपनियों का कारोबार बढ़ाने के लिए ग्राहकों पर फाइनेंशियल प्रोडेक्ट खरीदने का दबाव डालते हैं. लेकिन फिर ये होता है.
डेट फंड्स के छोटे निवेशकों को वित्तीय संकट में भारी नुकसान से बचाने के लिए बाजार नियामक SEBI ने बनाया है स्विंग प्राइसिंग का नया नियम.
सेबी ने सभी एसेट मैनेजमेंट कंपनियों से कहा है कि अब फंड विदेशी शेयरों की खरीद न करें. सेबी ने ये भी कहा है कि वे अब निवेशकों से निवेश न लें.
इसमें सबसे खास बात ये है कि कंपनियों की आईपीओ से जुडी पूंजी कहां खर्च होगी इसपर तस्वीर पूरी साफ करना चाहता है.
Dollar Placement Window: टी प्लस वन व्यवस्था में डॉलर को उसी दिन रुपए में बदलना होगा जिस दिन उसे डॉलर प्राप्त हुआ है.
डिजिटल गोल्ड एक अन रेगुलेटेड प्रोडक्ट है और इसमें निवेश करने वालों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है.
T+1 निपटान प्रणाली को अपनाने का अर्थ होगा, भारतीय इक्विटी के लिए निपटान चक्र को दो कार्यदिवसों से घटाकर एक करना.