संकट यह है कि अब भारत जिस महंगाई की चपेट में यह वो महंगाई नहीं है जो जिसकी हमें आदत पड़ चुकी है.
फटाफट लोन देकर ग्राहकों से जबरन वसूली कर रहीं फिनटेक कंपनियों पर शिकंजा कसने के लिए आरबीआई नया नियामकीय ढांचा बनाने की तैयारी कर रहा है.
RBI के बाद किस Bank ने दिया झटका, सरकारी बैंकों में होगी हड़ताल, शेयर बाजार की गिरावट ने निवेशकों को किया कहां डाइवर्ट, डॉलर के आगे क्यों निकला रुपए
RBI ने अपनी मॉनेटरी पॅालिसी रिपोर्ट 2021 में बताया था कि खुदरा और थोक दोनों ही वर्गों में ईंधन की महंगाई जुलाई 2020 से शुरु हो गई थी.
महंगाई में नया क्या था कि जो रिजर्व बैंक ने आनन फानन में ब्याज दरें बढ़ा दीं? दूसरी ओर अमेरिकी सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व की तरफ से ब्याज दरें बढ़ाई गई
कैसे अचानक टूटी RBI की नींद? डॉलर के सामने क्यों बेदम हुआ रुपया? क्या अब OPEC को सबक सिखाएगा अमेरिका? देश में क्यों लगी कोयले की इमरजेंसी?
मार्च में उपभोक्ता महंगाई दर 6.95 फीसद थी जबकि थोक महंगाई दर 14.55 फीसदी तक पहुंच गई थी. महंगाई बढ़ने की वजह से रिजर्व बैंक पर ब्याज दरों को बढ़ाने का
महंगाई की बढ़ती चुनौती को देखते हुए रिजर्व बैंक ने बड़ा कदम उठाया है. रिजर्व बैंक ने बुधवार को पॉलिसी दरों में बढ़ोतरी की है.
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के ग्राहकों के लिए जरूरी खबर, महंगाई नहीं छोड़ रही है पीछा, LIC के बाद भी मिलेगा कमाई करने का मौका
डिजिटल बैंकिंग लाइसेंस पर रिजर्व बैंक की आपत्तियों की कुछ खास वजहें हैं और इसके पीछे RBI के अनुभव और ठोस तर्क हैं. पहली वजह ये है कि रिजर्व बैंक