शेयर बाजार में क्या बड़ी गिरावट की आशंका है? कहां तक टूट सकता है बाजार? बाजार में उठापटक के बीच क्या करें म्यूचुअल फंड निवेशक? पोर्टफोलियो में क्या जोड़ें-क्या घटाएं? नए निवेशक हैं तो कहां लगाएं दांव?
15-15-15 Rule: Mutual Fund SIP के जरिए क्या आप आप भी जल्द Crorepati बनाना चाहते हैं. इसमें Investing का 15*15*15* Rule मदद कर सकता है. अमीर बनने के लिए Mutual Fund में कितना SIP Investment करना है? कितने साल तक investment करना है? SIP के लिए Top Mutual Funds कौन-से हैं? Mutual Fund Investment का 15-15-30 Rule क्या है? जानने के लिए देखिए VIDEO.
किसे करना चाहिए थीमैटिक फंड में निवेश? कैसे काम करते हैं थीमैटिक फंड? निवेश के लिए कैसा है SBI Innovative Opportunities Fund? कितनी अवधि का होना चाहिए निवेश का नजरिया? थीमैटिक फंड में निवेश के क्या हैं नफा-नुकसान?
Sebi का यह निर्णय Axis AMC और LIC से जुड़े फ्रंट-रनिंग मामलों के संबंध में दो आदेश पारित करने के बाद आया है
शेयर बाजार की तेजी का कैसे उठाएं फायदा? म्यूचुअल फंड में निवेश की कैसे बनाएं रणनीति? क्या अब बदल देना चाहिए Portfolio? Mutual Fund Portfolio का रिव्यू कितना जरूरी? कब करना चाहिए निवेश पोर्टफोलियो का रिव्यू? इक्विटी म्यूचुअल फंड में कैसे करें निवेश?
एचडीएफसी बैंक ने निवेश की प्रक्रिया को आसान बनाने के मकसद से स्मार्टवेल्थ ऐप पेश किया है. इस ऐप के जरिये न सिर्फ इंवेस्टर्स को निवेश का तरीका पता चलेगा, बल्कि कहां और कब पैसा लगाना है, इसकी भी जानकारी मिलेगी.
अगर आप म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं और अचानक पैसों की जरूरत आ पड़े तो पर्सनल लोन की जगह अपने फंडों पर भी कर्ज ले सकते हैं.
स्टॉक्स, डेट और कॉमोडिटी में एक साथ निवेश करने वाले Multi Asset Allocation Fund (MAAF) कैसे काम करते हैं? ये स्कीम रिस्क और रिटर्न में तालमेल बनाने में कैसे मदद करती हैं? क्या आपके पोर्टफोलियो में MAAF के लिए जगह है? Money Mantra के Founder Viral Bhatt देंगे आपके Mutual Fund Portfolio से जुड़े तमाम सवालों का जवाब-
इक्विटी म्यूचुअल फंड में आ रहा बंपर निवेश. तेजी से बढ़ रही निवेशकों की संख्या. क्या कहते हैं AMFI के आंकड़े? क्या आगे भी बनी रहेगी निवेश की यह रफ्तार? पुराने निवेशकों को कैसे करना चाहिए रिव्यू? इक्विटी में निवेश की कैसे बनाएं स्ट्रैटजी?
बजट 2024-25 ने Mutual Fund के कैपिटल गेन्स पर टैक्स को बढ़ा दिया है. लॉन्ग टर्म गेन्स हो या शॉर्ट टर्म गेन्स दोनों पर पहले के मुकाबले ज्यादा टैक्स देना होगा. टैक्स का बढ़ना निवेशकों को भा नहीं रहा लेकिन सरकार अपने इस फैसले पर अटल दिख रही है. वित्त मंत्री निरमला सीतारमण हो या वित्त सचिव सब एक स्वर में इस टैक्स को जायज ठहरा रहें हैं. MF एक्सपर्ट से समझिए कि इस बढ़े हुए टैक्स का असर आपके निवेश पर कितना पड़ेगा?