FoF: FoF के जरिए आप अपनी पूरी पूंजी को एक ही एसेट क्लास में निवेश करने की बजाय इसे अलग-अलग विकल्पों में निवेश कर सकते हैं.
Mutual fund : KIM, SID और SAI सबसे महत्वपूर्ण और स्कीम रिलेटेड डॉक्यूमेंट हैं और निवेशकों को निवेश करने से पहले इन्हें अच्छी तरह से पढ़ना चाहिए.
ग्रोथ का विकल्प वैसे निवेशकों के लिए सही है, जो लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं.
IIFL क्वांट फंड इक्विटी और इक्विटी-संबंधित सिक्यॉरिटीज में क्वांट थीम के आधार पर सक्रिय रूप से निवेश करेगा.
निवेशकों ने बैलेंस्ड एडवांटेज फंड श्रेणी में Q1 में 5,120.16 करोड़ रुपये और Q2 में 24,258.06 करोड़ रुपये का नेट इन्वेस्टमेंट किया है.
Mutual Fund: म्यूचुअल फंड कैटेगरी की विभिन्न श्रेणियां हैं जैसे कि इक्विटी फंड, डेट फंड, हाइब्रिड फंड, समाधान-उन्मुख फंड आदि.
म्यूचुअल फंड की कुछ सीमाएं भी होती हैं. ऐसे में म्यूचुअल फंड में निवेश से पहले इन्हें जानना जरूरी है.
म्यूचुअल फंड में 'ट्रांसफर' तब होता है जब सभी यूनिट धारक जीवित होते हैं, जबकि, 'ट्रांसमिशन' फर्स्ट होल्डर के असामयिक निधन के वक्त होता है.
आर्बिट्राज फंड्स को सबसे सुरक्षित इक्विटी आधारित स्कीमों में माना जाता है और इनमें डेट फंड्स के मुकाबले ज्यादा टैक्स बेनेफिट भी मिलता है.
टैक्स बचाने के लिए बहुत सारे विकल्प उपलब्ध है. आप टैक्स सेविंग बॉन्ड खरीद सकते है या टैक्स-सेविंग FD में निवेश कर सकते है.