उन्होंने कहा कि कमाई, अस्थिरता और पैसे की लागत जैसे कारक यह निर्धारित करने के लिए महत्वपूर्ण हैं कि बाजार किस तरह से आगे बढ़ेगा.
मनी9 हेल्पलाइन ने अमित कुकरेजा की मेजबानी की, ताकि निवेश जल्दी शुरू करने और उन्हें योजना बनाने के बारे में प्रश्नों को हल किया जा सके.
2021 में अब तक 17 स्टार्टअप्स यूनिकॉर्न बन चुके हैं. सबसे ज्यादा बेंगलुरु से हैं. 2023 तक भारत में इनकी संख्या 100 होने की उम्मीद है.
कॉर्पोरेट रेवेन्यू ग्रोथ नॉमिनल जीडीपी ग्रोथ के साथ जुड़ी हुई है, इसलिए, महंगाई के साथ इसका एक मजबूत संबंध है.
छह महीने पहले शेयर सिर्फ 9% था. “मेच्योर निवेशकों के बीच ETF निवेश ज्यादा पॉपुलर है, लेकिन युवा निवेशक भी इसमें रुचि दिखा रहे हैं.
इकॉनमी जिस तरह से रिकवरी पे है, हम स्टॉक मार्केट में वृद्धि देख सकते है कुछ करेक्शंस के साथ.
Financial Myth: म्यूचुअल फंड्स में तो आसानी से निवेश कर ही सकते हैं. इन म्यूचुअल फंड्स में कम रकम के साथ निवेश शुरू कर सकते हैं
इस वीडियो में केसीसी ग्रुप के सीए और संस्थापक शरद कोहली पेनी स्टॉक के पीछे की कहानी बता रहे हैं.
शेयर मार्केट के साथ जुड़ने के बाद IPOs में जबरदस्त ग्रोथ देखते बन रही है. प्रमोटरों और PE निवेशक को आकर्षक वैल्यूएशन और ब्याज से लाभ मिल रहा है.
लोग शेयर बाजार में अपने हाथ भी जला बैठते हैं. हालांकि, इसकी बड़ी वजह ये होती है कि लोग बिना जांच-पड़ताल किए शेयरों की खरीदारी करते हैं.